में ईश्वर का कोई न्याय नहीं हो रहा है, यह भारत व आसपास के देशों का राष्ट्रीय चरित्र बन गया है!
साल 2019 में 26 नवंबर को दुष्कर्म की घटना हुई थी
अदालत ने पुलिस द्वारा प्रस्तुत किये गए साक्ष्य और गवाहों के बयान के अलावा वैज्ञानिक और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर नाबालिग आरोपी को दोषी करार दिया था. सज़ा की बिंदु पर सुनवाई करते हुए अदालत ने इस जघन्य कांड के लिए नाबालिग दोषी को अपहरण,गैंगरेप और आपराधिक षडयंत्र रचने का दोषी ठहराते हुए उम्रकैद की सज़ा मुकर्रर की है. साल 2019 में 26 नवंबर को दुष्कर्म की घटना हुई थी जिसके बाद स्पीडी ट्रायल के तहत 97 दिन में ही मामले का ट्रायल पूरा कर 11 दोषियों को सजा सुनाई गयी थी. इसे भी पढ़ें -फर्जी">https://lagatar.in/case-of-registering-land-using-fake-documents-dsr-filed-three-separate-cases/38973/">फर्जीकागजात इस्तेमाल कर जमीन रजिस्ट्री कराने का मामला, DSR ने दर्ज कराये तीन अलग-अलग मामले
प्रधान जिला जज ने वर्ष 2020 में 11 लोगों को दोषी करार किया था
रांची के प्रधान जिला जज ने वर्ष 2020 में 11 दोषियों कुलदीप उरांव, सुनील उरांव,नवीन उरांव, बसंत कच्छप, रवि उरांव, रोहित उरांव, सुनील मुंडा,संदीप उरांव, अजय मुंडा, राजन उरांवऔर ऋषि तिर्की को अपहरण, सामूहिक दुष्कर्म और आपराधिक षडयंत्र रचने का दोषी ठहराया था. इसे भी पढ़ें -दिल">https://lagatar.in/shocking-news-minor-caretaker-beats-13-month-old-girl-bones-break-injury-to-kidney-and-liver/38969/">दिलदहलाने वाली खबर, नाबालिग केयरटेकर ने 13 माह की बच्ची को ऐसा पटका कि हड्डियां टूट गयी, किडनी-लीवर पर भी चोट
अंतिम सांस तक जेल में ही कैद की सजा काटनी होगी
अपने फैसले में रांची के प्रधान जिला जज नवनीत कुमार ने कहा था की सभी दोषियों ने एक जघन्य अपराध को अंजाम दिया है ऐसे में दोषियों को कानूनी प्रावधानों के तहत अधिकतम सजा देना ही उचित और न्यायसंगत है इसलिए सभी दोषियों को इस अपराध के लिए अंतिम सांस तक जेल में ही कैद की सजा काटनी होगी. इसे भी पढ़ें -जानें">https://lagatar.in/know-how-ratna-pathak-and-naseeruddin-shah-met/38945/">जानेंकैसे हुई थी Ratna Pathak Shah और Naseeruddin Shah की पहली मुलाकात
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