Ranchi: राष्ट्रीय आदिवासी सम्मेलन का आयोजन जयपुर में किया जाएगा. उस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए राष्ट्रीय आदिवासी धर्म समन्वय समिति,अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद,माझी महाल,आदिवासी जन परिषद, आदिवासी सरना महासभा,आदिवासी लोहरा समाज के प्रतिनिधिमंडल पूर्व मंत्री देव कुमार धान, पूर्व मंत्री गीता उरांव, आदिवासी जन परिषद अध्यक्ष प्रेम शाही मुंडा,अभय भूट कुंवर, रामचंद्र मुर्मू, डॉ बिरसा उरांव,नारायण उरांव, गुरूवार को राजधानी एक्सप्रेस से दिल्ली से होते हुए जयपुर रवाना हुए. इसे भी पढ़ें- तांत्रिक">https://lagatar.in/tantrik-raped-two-sisters-on-the-pretext-of-treatment-now-will-spend-40-years-in-jail/36438/">तांत्रिक
ने इलाज के बहाने किया दो बहनों से रेप, अब जेल में काटेगा 40 साल आदिवासी मीणा महासंघ के तत्वाधान में ‘राष्ट्रीय आदिवासी सम्मेलन’ 13 मार्च 2021 के सम्मेलन में शामिल होंगे. इसके पश्चात दिल्ली में 16 मार्च 2021 को महाराष्ट्र जनरल ऑफ इंडिया और केंद्र के गृह मंत्री साथ ही विभिन्न पार्टी के अध्यक्षों को मांग को लेकर पत्र सौंपा जाएगा. आदिवासी धर्म कोड की मांग पर चर्चा भी की जाएगी. इस संदर्भ में पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव व प्रेम शाही मुंडा ने संयुक्त रूप से कहा की देश के 15 करोड़ आदिवासियों को अभी तक आदिवासी धर्म कोड जनगणना प्रपत्र में उल्लेख नहीं किया गया, पूरे देश में आदिवासी समाज के लोग विभिन्न प्रदेशों में धरना प्रदर्शन,सेमिनार व सम्मेलन कर रहे हैं. इसके बावजूद भी सरकार को इस विषय पर संज्ञान नहीं लेना दुर्भाग्यपूर्ण है. इसलिए पूरे भारत वर्ष में आदिवासी धर्म कोड की मांग को और भी तेज की जाएगी. इसे भी देखें-
राष्ट्रीय आदिवासी सम्मेलन 13 मार्च से, जयपुर में आयोजित

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