Ranchi: 10 लाख का इनामी भाकपा माओवादी नक्सली मृत्युंजय भूंइयां बूढ़ा पहाड़ छोड़कर फरार हो गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, नक्सली मृत्युंजय भूंइयां अपने साथी के साथ फरार हुआ है. बताया जा रहा है कि मृत्युंजय भूंइयां जल्द ही झारखंड पुलिस के समक्ष सरेंडर कर सकता है. मृत्युंजय भूंइयां लातेहार के छिपादोहर बरवाडीह स्थित चकलवा नावाडीह का रहने वाला है, मृत्युंजय, माओवादियों का जोनल कमांडर व गढ़वा के भंडरिया कांड का आरोपी है.
इसे भी पढ़ें – लोकसभा में सोनिया गांधी ने कहा, फेसबुक-ट्विटर खास नेताओं और दलों का हित साध रही, निशिकांत दुबे ने पलटवार किया
25 लाख के इनामी मरकस बाबा को बूढ़ा पहाड़ की कमान
25 लाख के इनामी नक्सली मिथिलेश मेहता की गिरफ्तारी के बाद मरकस बाबा उर्फ सौरभ को बूढ़ा पहाड़ की कमान मिली है. मरकस बाबा उर्फ सौरभ भाकपा माओवादी संगठन के बिहार, झारखंड, उत्तरी छत्तीसगढ़ के साथ-साथ उत्तर प्रदेश कमिटी का सदस्य है. झारखंड सरकार ने मरकस बाबा पर 25 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है. मरकस मूल रूप से बिहार के औरंगाबाद जिले का रहने वाला है और 2021 की शुरुआत से ही बूढ़ा पहाड़ इलाके में डेरा डाले हुए है. इसके साथ ही कमांडर मिथिलेश मेहता और नवीन यादव का सहयोग कर रहा था.
माओवादियों के कमांडरों का एक दूसरे पर भरोसा टूट गया है
बीते दिन गिरफ्तार हुआ नक्सली मिथिलेश मेहता ने पुलिस को बताया था कि बूढ़ा पहाड़ पर माओवादियों के कमांडरों का एक दूसरे पर भरोसा टूट गया है. यही वजह है कि कई नक्सली कैडर झारखंड, बिहार, उतरी छत्तीसगढ़ के यूनीफाइड कमांड के टॉप कमांडर मिथिलेश मेहता की बातों को अनसुनी कर रहे थे. इसी बात से नाराज मिथिलेश मेहता ने 27 और 28 फरवरी की रात बूढ़ा पहाड़ को छोड़ दिया. जिसे बाद में गया में गिरफ्तार कर लिया गया.
दर्जनों नक्सली हमले का है आरोपी
मृत्युंजय भूंइयां दर्जनों नक्सली हमले का आरोपी है और उस पर पलामू, गढ़वा, लातेहार, लोहरदगा, गुमला के इलाके में कई केस दर्ज है. कहा जाता है कि वो बूढ़ा पहाड़ के चप्पे-चप्पे से वाकिफ है. 2012-13 में गढ़वा के भंडरिया थाना प्रभारी समेत 13 जवानों के जिंदा जलाने की घटना में मृत्युंजय भूंईयां शामिल था. इसके अलावे 2018-19 में बूढ़ा पहाड़ के इलाके में हुए नक्सली हमले में भी शामिल था, जिसमें 6 जवान शहीद हुए थे.
इसे भी पढ़ें –रूसी समर्थक से धमकी मिली तो Elon Musk ने दिया करारा जवाब, ट्विटर पर एक अक्षर बढ़ा नाम रखा Elona Musk