एनसीसी की पढाई के बाद छात्रों को मिलेगा एनसीसी बी और सी का सर्टिफिकेट
थ्येरी, प्रैक्टिकल के साथ कैंप में भी रहना होगा
Ranchi : झारखंड के तकनीकी विश्वविद्यालयों में एनसीसी की पढ़ाई शुरू होगी. अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् के सदस्य सचिव प्रो. राजीव कुमार ने सर्कुलर,26 अप्रैल 2021 जारी किया है. सभी तकनीकी निदेशकों, तकनीकी विश्वविद्यालय, कॉलेज को सर्कुलर भेजा गया है.
झारखंड के तकनीकी विश्वविद्यालयों में होगी पढ़ाई
सर्कुलर के अनुसार प्रदेश में बिरसा इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी सिंदरी, नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी जमशेदपुर, बिड़ला इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मेसरा, रांची, फेकल्टी ऑफ एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग रांची और झारखंड तकनीकी विश्वविद्यालय नामकुम में एनसीसी की पढ़ाई इसी सत्र से शुरू होना है.
झारखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के अधिकार क्षेत्र में पूरे झारखंड राज्य की तकनीकी शिक्षा की जिम्मेदारी निर्धारित की गई है. इसके अंतर्गत दो गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, 3 पीपीपी मोड के इंजीनियरिंग कॉलेज, 11 प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज, 17 सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज, दो फार्मेसी कॉलेज, 18 आर्किटेक्चर कॉलेज और एक होटल प्रबंधन कॉलेज है. इन सबों में एनसीसी की पढ़ाई शुरू करनी है. विश्वविद्यालय, कॉलेज में एनसीसी विंग का संचालन शुरू करना है.
थ्योरी और प्रैक्टिकल के घंटे तय रहेंगे
विश्वविद्यालय एवं कॉलेजों में इलेक्टिव विषय की तरह छात्रों को एनसीसी पढ़ने को मिलेगी. थ्योरी और प्रैक्टिकल के घंटे तय रहेंगे. छात्रों द्वारा प्राप्त क्रेडिट बी और सी सर्टिफिकेट के लिए जुड़ेंगे. नई शिक्षा नीति में भी एनसीसी को बतौर कोर्स शामिल करने की सिफारिश की गई थी. डायरेक्टर जनरल एनसीसी ने कोर्स तैयार करते हुए यूजीसी को भेजा, जिसे अब कुलपतियों को भेजा गया है. कोर्स च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम यानी सीबीसीएस मोड में रहेगा.
छह सेमेस्टर में होगी पढाई, दस कैंप करने होंगे
विश्वविद्यालय व कॉलेजों में नामांकन लेने के बाद छात्र एनसीसी बी और सी सर्टिफिकेट हासिल कर सकेंगे. एनसीसी पढ़ने वाले छात्रों को छह सेमेस्टर में कोर्स पूरा करना होगा. जिसमें आठ क्रेडिट थ्योरी, छह प्रैक्टिकल और दस कैंप करने होंगे.
पहले सेमेस्टर में कैंप के क्रेडिट तीसरे और दूसरे के पांचवें सेमेस्टर में जोड़े जाएंगे. कोर्स में 82 घंटे लेक्चर और 128 घंटे प्रैक्टिकल के रहेंगे. 38 घंटे सेना से जुड़े विशेषीकृत विषय में थ्योरी और 52 घंटे इसमें प्रैक्टिकल के होंगे.
थ्योरी में यह पढ़ेंगे छात्र
थ्योरी पेपर में राष्ट्रीय एकता एवं जागरुकता, व्यक्तित्व विकास, नेतृत्व क्षमता, सामाजिक सेवा और सामुदायिक विकास, एडवेंचर, पर्यावरण जागरुकता एवं संरक्षण, सीमा और समुद्री क्षेत्र, सशत्र सेनाएं, संचार, सैन्य इतिहास सहित विभिन्न बिंदु पढ़ने को मिलेंगे.
प्रैक्टिकल में यह सिखेंगे
ड्रिल, फील्ड क्रॉफ्ट एवं बेटल क्रॉफ्ट, मैप रीडिंग, वेपन ट्रेनिंग, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता आदि.
कैंप में कैडेट यह सीखेंगे
शारीरिक प्रशिक्षण, ड्रिल, आपदा प्रबंधन, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता, खेल, संस्कृति आदि.