Kaushal Anand
Ranchi: झारखंड की सभी 14 लोकसभा सीटों पर घोषित एनडीए प्रत्याशी मैदान में आ चुके हैं. ये अपने-अपने क्षेत्र में उतर कर प्रचार व जनसंपर्क शुरू कर चुके हैं. रैली, भाषण का दौर भले ही न शुरू हुआ, हो मगर निजी जनसंपर्क, बैठकों का दौर और रणनीति बनानी शुरू कर दी है. दूसरी ओर कई सीटों पर ‘इंडिया’ के प्रत्याशियों के नामों की घोषणा नहीं हुई है.
अब तक आधिकारिक रूप से केवल चार प्रत्याशियों का एलान हुआ है और 10 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान होना बाकी है. हर सीट से कई दावेदार हैं, लेकिन अंतिम में किसे टिकट मिलेगा, इसकी आशा में सभी दावेदार टकटकी लगाए बैठे हैं. न तैयारी कर पा रहे हैं और ना ही रणनीति बना पा रहे हैं. इसके पीछे भले ही ‘इंडिया’ व राज्य गठबंधन के शीर्ष नेता यह कह कर अपना पल्ला झाड़ लें कि अभी झारखंड में चुनाव में देरी है, ठोक-बजा कर प्रत्याशी उतारा जाएगा. मगर, इसका मैसेज कैडर तो दूर, आम जनता के बीच भी सही नहीं जा रहा है. ऐसे में एनडीए के प्रत्याशी रणनीति और तैयारी में आगे निकल चुके हैं.
सीट को लेकर अब भी जारी है रस्सा-कस्सी
एनडीए गठबंधन ने आसानी से न केवल सीट शेयरिंग कर लिया, बल्कि प्रत्याशी का भी ऐलान कर अपर हैंड में आ चुकी है. मगर ‘इंडिया’ में अब भी सीट शेयरिंग को लेकर रस्सा कस्सी जारी है. चुनाव के पहले इंडिया गठबंधन के नेताओं ने यह तय किया था कि सीट शेयरिंग का ऐलान संयुक्त रूप से प्रदेश स्तर पर होगा. प्रत्याशी का चयन भी प्रदेश स्तर पर होगा. इसके बाद राष्ट्रीय नेतृत्व दिल्ली में प्रत्याशी का ऐलान करेंगे. मगर कांग्रेस ने एकतरफा तीन सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया. इसको लेकर घटक दल झामुमो में नाराजगी है. दूसरी ओर कांग्रेस-राजद का विवाद भी अभी तक खत्म नहीं हुआ है.
इन सीटों को लेकर उभरा है विवाद
– झामुमो विधायक चमरा लिंडा को मजबूत प्रत्याशी करार देते हुए लोहरदगा लोकसभा सीट पर संख्या बाल के आधार पर दावा कर रही था. मगर कांग्रेस ने झामुमो की मांग को नजरअंदाज कर लोहरदगा से सुखदेव भगत को प्रत्याशी घोषित कर दिया.
– पलामू एवं चतरा में एक सीट कांग्रेस, राजद को देना चाहती है. मगर, राजद ने दोनों सीटों अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर दी है.
इन सीटों पर भीतरघात की संभावना
– लोहरदगा सीट से कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी घोषित कर दिया. मगर चमरा लिंडा पीछे हटने को तैयार नहीं है. वे पार्टी की बात भी अनसुना करने के मूड में हैं. अगर चमरा लिंडा लोहरदगा से निर्दलीय या किसी अन्य दल के सहयोग से उतरते हैं, तो कांग्रेस प्रत्याशी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं.
– झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम राजमहल से अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर रहे हैं. मगर पार्टी सीटिंग एमपी विजय हांसदा को ही फिर से उतारने के मूड में है. अगर हांसदा उतरे, तो लोबिन निर्दलीय या झापा के सहयोग से उतर सकते हैं. इससे विजय हांसदा की जीत की राह कठिन हो सकती है.
– कोडरमा सीट से माले ने विनोद सिंह को प्रत्याशी बनाया है. पार्टी ने दावा किया है कि गठबंधन की सहमति है. मगर झामुमो नेता प्रो. जेपी वर्मा ने यह कह कर विनोद सिंह की राह में रोड़ा अटका दिया है कि कोडरमा से विनोद सिंह माले प्रत्याशी हैं, ‘इंडिया’ के नहीं. वे हर हाल में चुनाव लड़ेंगे.
– भाजपा के पूर्व सांसद रहे रामटहल चौधरी कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं. रांची सीट होल्ड पर है. अगर कांग्रेस चौधरी को चुनाव मैदान में उतारती है, तो उसे सुबोधकांत सहाय के समर्थकों का भीतरघात झेलना पड़ सकता है. हालांकि, प्रत्याशी के नाम की घोषणा के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी.
– खूंटी से प्रबल दावेदार के रूप में कांग्रेस में शामिल हुईं सामाजिक कार्यकर्ता दयामनी बरला को टिकट नहीं मिला. अब चर्चा यह है झापा के नेता उन्हें अपनी पार्टी से चुनाव लड़ने का दबाव बना रहे हैं. अगर ऐसा हुआ, तो खूंटी में कालीचरण मुुंडा के लिए दिक्कतें खड़ी हो सकती हैं.
– धनबाद सीट से सबसे अधिक टिकट के दावेदार कांग्रेस हैं. धनबाद से अंतिम रूप से प्रत्याशी चयन करना पार्टी के लिए बड़ी जंग से कम नहीं है. धनबाद से ददई दुबे, मन्नान मल्लिक, अजय दुबे, विजय सिंह, कुमार गौरव सहित कई दावेदार हैं. उपर से सरयू राय ने ‘इंडिया’ से समर्थन मांगा है.