उम्मीदवार कांग्रेस का था लड़ रहे थे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
उन्होंने कहा कि उपचुनाव में भले ही कांग्रेस का उम्मीदवार था, पर लड़ रहे थे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन. जाहिर है सत्ता को चुनौती देना आसान नहीं था. चुनाव में सत्तारूढ़ दलों ने भावनात्मक लहर पैदा करने की कोशिशें की और झूठ परोसते रहे. जबकि आजसू रामगढ़ और राज्य के हित की बात करती रही.भाजपा का आभार प्रकट किया
श्री महतो ने पूरे उपचुनाव में प्रचार से लेकर रणनीति तक खुले दिल से साथ मिलने पर भाजपा का आभार प्रकट किया. यह भी कहा कि आजसू के कार्यकर्ताओं और खासकर चूल्हा प्रमुखों ने जवाबदेह राजनीति और निचले स्तर पर घर-घर जनता से सीधे जुड़ाव के फार्मूले पर काम कर इस उपचुनाव के जरिए हेमंत सोरेन सरकार को करारा जवाब दिया है.रामगढ़ की जनता ने विकास की राजनीति को स्वीकार किया- लंबोदर
वहीं, आजसू विधायक लंबोदर महतो ने कहा कि विपक्षी दलों ने भावनात्मक आधार पर चुनाव लड़ने की कोशिश की, पर रामगढ़ की जनता ने 15 वर्षों में यहां किये गये विकास कार्यों के आधार पर एनडीए प्रत्याशी के पक्ष में अपना फैसला सुनाया है. राज्य की भावनाओं का सम्मान यह सरकार नहीं कर पा रही है. रामगढ़ की जनता ने विकास की राजनीति को स्वीकार किया. इसे भी पढ़ें – झारखंड">https://lagatar.in/jharkhand-assembly-third-supplementary-budget-of-2446-crores-passed/">झारखंडविधानसभाः 2446.27 करोड़ का तीसरा अनुपूरक बजट पास [wpse_comments_template]

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