यह सर्वे इसी माह की शुरुआत में सामने आया है
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार यह डेटा ग्रामीण भारत के कृषि परिवारों और उनकी स्थिति का आकलन करने के लिए तैयार किया गया है. इस सर्वे का आकलन सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने किया है. बता दें कि यह सर्वे इसी माह की शुरुआत में सामने आया है. यह डेटा कृषि वर्ष 2018-19 का है. भारत में कृषि वर्ष जुलाई से जून तक माना जाता है. इसे भी पढ़ें : मुकेश">https://lagatar.in/mukesh-ambanis-net-worth-increased-exponentially-assets-increased-by-13-crores-every-minute/">मुकेशअंबानी के नेटवर्थ में बेतहाशा वृद्धि, हर मिनट 13 करोड़ बढ़ी संपत्ति
सबसे अधिक ग्रामीण ओबीसी तमिलनाडु में हैं
आंकड़ों पर नजर डालें तो अनुमानित 17.24 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से 44.4 % ओबीसी थे. इसके बाद 21.6% अनुसूचित जाति (एससी); 12.3% अनुसूचित जनजाति (एसटी) और 21.7 फीसदी अन्य जाति के थे. कुल ग्रामीण परिवारों में से 9.3 करोड़ या 54% कृषि परिवार हैं. इस क्रम में सबसे अधिक ग्रामीण ओबीसी तमिलनाडु में (67.7%) और सबसे कम नागालैंड (0.2%) में हैं. तमिलनाडु के अलावा, छह राज्यों- बिहार (58.1%), तेलंगाना (57.4%), उत्तर प्रदेश (56.3%), केरल (55.2%), कर्नाटक (51.6%), छत्तीसगढ़ (51.4%) में आधे से अधिक ग्रामीण ओबीसी परिवार से हैं. यह राज्य राजनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि 543 सदस्यीय लोकसभा सीटों में से इनके 235 सदस्य हैं. इसे भी पढ़ें : सुबह">https://lagatar.in/morning-news-diary-29-september-2021/">सुबहकी न्यूज डायरी।29 सितंबर।तीन की हत्या।2240 मीटर लंबा होगा कांटाटोली फ्लाइओवर।जगुआर के डिप्टी कमांडेंट शहीद।बीजेपी नेता हत्याकांड का खुलासा।प्रेमी जोड़े को निर्वस्त्र कर घुमाया।कई खबरें और वीडियो