Nimdih (Dilip Kumar) : तीन सूत्री मांगों को लेकर आदिवासी कुड़मी समाज द्वारा आहूत रेल टेका – डहर छेंका आंदोलन के दौरान बुधवार को नीमडीह स्टेशन के समीप भगदड़ मच गई. पुलिस आंदोलनकारियों को रेलवे ट्रैक पर जाने नहीं दे रही थी. दूसरी ओर आंदोलनकारी ट्रैक पर जाने के लिए अड़ गए. वे पुलिस का घेरा तोड़ कर आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे. आंदोलनकारी नहीं माने तो पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया. इससे वहां भगदड़ मच गई. पुलिस की लाठी चार्ज करने के विरोध में आंदोलनकारियों ने भी पथराव शुरू कर दिया. इससे दोनों ओर से लोग घायल हो गए. घायलों काे इलाज के लिए रघुनाथपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नीमडीह भेज दिया गया है. फिलहाल स्थिति सामान्य है और रघुनाथपुर-सामानपुर सड़क पर नीमडीह स्टेशन के दोनों छोर पर आंदोलनकारी काफी संख्या में जमे हुए हैं.
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नीमडीह के ग्राम प्रधान व एक इंस्पेक्टर घायल
लाठी चार्ज की घटना में नीमडीह के ग्राम प्रधान श्यामल महतो के पैर पर चोट लगी है. लहूलुहान होने के बाद भी श्यामल महतो अपना इलाज कराने के बाद आंदोलन में डटे हुए हैं. वहीं दूसरी ओर पत्थरबाजी की घटना में आरपीएफ के एक इंस्पेक्टर को पेट में चोट लगी है. लाठी चार्ज और पत्थरबाजी होने के कुछ देर पहले ही चांडिल के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संजय कुमार सिंह आंदोलन स्थल पर पहुंचे थे. वहीं लाठी चार्ज होने की सूचना मिलते ही चांडिल के अनुमंडल पदाधिकारी रंजीत लोहरा भी घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने घटना की जानकारी लेते हुए आंदोलनकारियों को बताया कि पूरे क्षेत्र में घारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू है. फिलहाल आंदोलनकारी पीछे हटकर एकत्रित हुए हैं.
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