Ranchi : टंडवा के प्रेम सागर मुंडा की हत्या और उसके भाई बबलू सागर मुंडा पर फायरिंग के मामले में रांची पुलिस को टीपीसी के उग्रवादी भीखन गंझू और उसके सहयोगी नीरज भोक्ता की तलाश है. इस बीच लगातार.इन को कुछ ऐसी तस्वीरें मिली हैं, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या रांची पुलिस जिस नीरज भोक्ता की तालाश कर रही है, उसके ताल्लुकात झारखंड के कई मंत्रियों और विधायकों से भी है. कई मामलों में वांटेड रहने के बाद वह खुलेआम घूमता है और मंत्रियों, विधायकों व कांग्रेसी नेताओं के साथ फोटो खिंचवाता है.
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नीरज भोक्ता के बारे में जो सूचना है, उसके मुताबिक वह पिपरवार थाना क्षेत्र के विजन गांव निवासी राजेंद्र राम, सुरेश गंझू, एनके एरिया के सुरेश उरांव, डकरा के ट्रांसपोर्टर रिंकू सरदार, न्यू मंगरदाहा के वसीर बसारत, टंडवा के फुलबसिया के युगल गंझू, विनोद उरांव औऱ प्रेम सागर मुंडा के हत्याकांड में शामिल रहा है.
कई तस्वीरों में मंत्रियों और विधायकों को साथ नजर आ रहा नीरज भोक्ता
जो तस्वीरें हैं, उसमें से एक तस्वीर में नीरज भोक्ता सरकार के मंत्री सत्यानंद भोक्ता के साथ किसी कार्यक्रम का उद्घाटन में दीप प्रज्वलित कर रहा है.एक अन्य तस्वीर में मंत्री आमलगीर आलम के साथ है. एक अन्य तस्वीर में वह कांग्रेस के कद्दावर नेता सुबोधकांत सहाय के साथ बगल में बैठ कर बातचीत कर रहा है. एक तस्वीर में वह मंत्री बादल पत्रलेख के साथ भी दिखता है. जबकि एक तस्वीर में वह मंत्री रामेश्वर उरांव के साथ मंच पर बैठ कर किसी कार्यक्रम में बातें कर रहा है. इसके अलावा भी कांग्रेस के सांसद गीता कोड़ा और विधायक अनूप सिंह और अम्बा प्रसाद के आस-पास एक तस्वीर में दिख रहा है.
नीरज भोक्ता के कहने पर हुई थी जेएमएम नेता मदन साहू की हत्या
बता दें कि चतरा पुलिस ने 20 जनवरी 2021 को टीपीसी उग्रवादी आदेश गंझू को गिरफ्तार किया था. पुछताछ के दौरान उसने ये स्वीकार किया था कि कोयला कारोबारी का काम करने वाले नीरज भोक्ता टीपीसी को मोटी राशि उपलब्ध कराते थे. उन्हें बलथरवा विस्थापित कमेटी के सदस्य मदन प्रसाद साहू परेशान करते थे. आदेश ने बताया था कि नीरज ने कहा था कि किसी तरह से मदन प्रसाद को रास्ते से हटा दें. आदेश ने स्वीकारा था कि नीरज के कहने पर उसने गणेश गंझू के साथ मिलकर 19 अगस्त 2020 की शाम मदन के घर जाकर गोली मारकर हत्या कर दी. आदेश ने खुलासा किया था कि 14-16 दिसंबर 2020 को चतरा में कोयला ट्रांसपोर्टिंग रोकने के लिए बैठक हुई थी. एनआईए के रडार पर रहे नागेश्वर गंझू के घर यह मीटिंग हुई थी. लेवी के लिए ट्रांसपोर्टिंग रोकने की साजिश भीखन गंझू ने रची थी.
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