Deoghar/Ranchi : नीट पेपर लीक मामले को लेकर पटना पुलिस की टीम ने देवघर से छह लोगों को पकड़ा है. पुलिस की टीम ने देवघर जिले के देवीपुर थाना क्षेत्र के एम्स के पास स्थित झुन्नू सिंह के घर में छापेमारी कर छह आरोपियों को पकड़ा है. हालांकि रेड करने आयी पटना पुलिस ने देवघर पुलिस को बताया था कि यह सभी साइबर ठगी के आरोपी है. देवघर पुलिस को शनिवार को इस बात का पता चला कि असल में सभी नीट पेपर लीक मामले में पकड़े गये हैं. पकड़े गये युवकों में चिंटू कुमार उर्फ सिंटू, प्रशांत कुमार, पंकु कुमार, परमजीत सिंह, बालदेव सिंह व काजू कुमार शामिल हैं. सभी लोग बिहार के नालंदा के रहने वाले हैं.
सबसे पहले सिंटू के पास पहुंचा था नीट का पेपर
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सबसे पहले नीट का पेपर सिंटू के पास पहुंचा था. 5 मई की सुबह करीब नौ बजे सिंटू के मोबाइल पर प्रश्न पत्र और उत्तर आया था. उसने प्रश्न पत्र और उत्तर दोनों को प्रिंट कराकर अभ्यर्थियों को रटने के लिए दिया था. इसके बाद सभी को कार से अपनी निगरानी में परीक्षा केंद्र तक छोड़ने की जिम्मेदारी सिंटू और उसके साथियों की ही थी. पटना के अलग-अलग ठिकानों से अभ्यर्थियों को लेकर सिंटू ने ही लर्न प्ले स्कूल पहुंचा था. सिटू ने ही लर्न प्ले स्कूल में सारी व्यवस्था की थी.
30 लाख में नीट पेपर खरीदा और 40-40 लाख में बेचा
नीट पेपर लीक के गिरफ्तार आरोपी सिकंदर यादवेंदु ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया है कि 30-32 लाख रुपये में उसने नीतीश कुमार और अमित आनंद से नीट का पेपर खरीदा था. जिसके बाद सिकंदर ने रांची के अभिषेक कुमार, दानापुर पटना के आयुष कुमार, समस्तीपुर के अनुराग यादव और गया के शिवनंदन कुमार को 40-40 लाख रुपये में इसे पेपर बेचा था. इतना ही नहीं इन चारों परीक्षार्थियों को नीट परीक्षा से एक रात पहले 4 मई को पटना के रामकृष्णा नगर में रातभर पेपर रटवाया गया था.