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लापरवाहीः झारखंड में आयुष्मान भारत कार्ड से इलाज करने वाले अस्पतालों के 250 करोड़ का क्लेम पेंडिंग

Ranchi: यह चिंता का विषय है कि भारत की जनसंख्या का करीब 63% भाग अभी भी स्वास्थ्य और अस्पताल में भर्ती होने वाले खर्च को स्वयं भुगतान करता है. ऐसा देखा गया है कि लोग किसी गंभीर बीमारी का इलाज कराने के लिए अपनी बचत, अचल संपत्ति, लोगों और रिश्तेदारों से उधार जैसे साधन अपनाते हैं. इस कारण लगभग 4.6% लोग गरीबी रेखा के नीचे चले जाते हैं. इस प्रकार की समस्या के समाधान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 सितंबर 2018 को झारखंड की राजधानी रांची से महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना लॉन्च की थी. पांच लाख प्रतिवर्ष के स्वास्थ्य बीमा कवच से जोड़ना इस योजना का उद्देश्य है. लेकिन झारखंड में इस योजना पर ग्रहण लगता दिख रहा है. क्योंकि बीमा का प्रीमियम जमा नहीं होने के कारण कंपनी इंश्योरेंस क्लेम नहीं दे रही है. जिस कारण राज्य के अस्पतालों का 250 करोड़ रुपए के करीब का बिल बकाया हो चुका है. इसे भी पढ़ें-फुटबॉल">https://lagatar.in/football-turned-politician-biren-singh-took-power-in-manipur-for-the-second-time-in-a-row/">फुटबॉल

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रांची जिले में 50 करोड़ से ज्यादा का क्लेम पेंडिंग

झारखंड में आयुष्मान भारत को मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के नाम से भी जाना जाता है. अब तक राज्य में 9 लाख से ज्यादा मरीजों को इस योजना का लाभ मिल चुका है, लेकिन सरकार और विभाग की लापरवाही के कारण इसमें ग्रहण लगता दिख रहा है. अस्पतालों को इलाज के बदले मिलने वाली क्लेम की राशि का भुगतान महीनों से बंद है. क्लेम का भुगतान नहीं होने में सरकार की गलती सामने आ रही है. बीमा कंपनी को प्रति लाभुक मिलने वाली प्रीमियम का भुगतान नहीं किया गया है. जिस कारण इंश्योरेंस कंपनी का क्लेम लटका हुआ है. इसके निबटारे के लिए फाइल तो जरूर तैयार की गई है, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री के स्तर से फाइल रुकी हुई है. बात यहीं खत्म नहीं होती है. प्रीमियम में केंद्र का भी हिस्सा शामिल होता है. जो केंद्र के द्वारा अब तक नहीं मिला है. रांची जिले में ही 50 करोड़ से ज्यादा का क्लेम पेंडिंग है.

जल्द होगा क्लेम की राशि का भुगतान

आयुष्मान भारत योजना के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ भुवनेश प्रताप सिंह ने कहा कि आयुष्मान के क्लेम का भुगतान हर महीने होता है. किसी का क्लेम बकाया नहीं है. हालांकि उन्होंने कहा कि कोरोना के दौरान कुछ अस्पतालों का क्लेम प्रक्रिया के तहत रिजेक्ट हुआ था. जिस पर काम चल रहा है. जल्द ही क्लेम की राशि का भुगतान हो जाएगा. इसे भी पढ़ें-हमारे">https://lagatar.in/our-players-are-our-pride-they-should-get-all-opportunities-to-play-hemant-soren/">हमारे

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