कागज पर संख्या है ज्यादा और ड्यूटी करनेवाले जवान हैं कम
Pramod Upadhyay
Hazaribagh: सुरक्षा में ऐसी लापरवाही का नजारा शायद ही देखने को मिलता है. हजारीबाग के स्टेट बैंक समेत कई बड़े सरकारी संस्थानों में जिन होमगार्डों को लगाया गया है, उनके हाथ में लाठियां रहती हैं. उनके रायफल जंग खा रहे हैं. कई जवान तो खाली हाथ भी ड्यूटी बजाते सरेआम देखे जा सकते हैं. ‘शुभम संदेश’ की पड़ताल में यह नजारा सामने आया है.
सरकार की गाइडलाइन के अनुसार ऐसे संस्थानों में रायफलधारी होमगार्ड जवानों को ड्यूटी दिए जाने का प्रावधान है. लेकिन विभाग इस मामले में घोर लापरवाही बरत रहा है. कहीं सुरक्षा में सेंध लगी, तो इसका जिम्मेवार कौन होगा, यह सबसे बड़ा सवाल है. आए दिन बैंक से ग्राहकों की रेकी हो रही है. यह बात सीसीटीवी खंगाले जाने से कई बार हो चुकी है. अपराधी बैंक में प्रवेश तक कर रहे हैं और वहीं से ग्राहकों का पीछा कर मौका देख उनसे लाखों रुपए तक की छिनतई और लूटपाट करते रहे हैं. ऐसे में इन लाठीधारी होमगार्ड जवानों के भरोसे बैंक की सुरक्षा खतरे में डालने का क्या औचित्य है. वह भी वहां जहां हर वक्त नकद पैसे की जमा-निकासी होती है. कई लोग एटीएम से भी पैसे निकालते हैं. ऐसे में अगर कोई बड़ी वारदात हो जाए, तो ये लाठीधारी होमगार्ड क्या कर पाएंगे. रायफलधारियों की एक अलग ही हनक होती है. चोर, उचक्के, लुटेरों आदि में दहशत रहता है. लेकिन फिलहाल ऐसा कुछ भी नहीं है. बैंक के अलावा हेड पोस्टऑफिस, दूरसंचार, रेडियो स्टेशन, पीएनबी चरही, कोल माइंस बड़कागांव आदि में लाठीधारी होमगार्ड जवान ही देखे जाते हैं. लाठी लेकर ड्यूटी कर रहे एक जवान ने पूछे जाने पर कहा कि रायफल को सुरक्षित रख दिया गया है.
क्या कहते हैं एसबीआई में तैनात जवानों के कमांडर
बिना रायफल के एसबीआई में तैनात जवानों के कमांडर कहते हैं कि बैंक में कुल 20 रायफलधारी जवान हैं. इनमें कैश की सुरक्षा में 10 जवान तैनात रहते हैं. अन्य जवानों में कुछ गेट के पास और कुछ अंदर ड्यूटी देते हैं. कुछ रायफल को बैंक के अंदर एक जगह सुरक्षित रख दिया जाता है. उसकी निगरानी भी जवान करते हैं. वहीं हेड पोस्ट ऑफिस में तैनात जवानों ने बताया कि रायफल मिली है. उसे सुरक्षित जगह पर रख दिया गया है. बार-बार गेट खोलना पड़ता है, इसलिए हाथ में रायफल नहीं रखते हैं. यहां 10 जवानों की तैनाती है.
ऐसे चलता है गोरखधंधा
होमगार्ड जवानों की ड्यूटी कागज पर ज्यादा दिखाई जाती है, लेकिन वास्तव में उनकी संख्या कम होती है. 10 जवानों की जगह सात जवान ही ड्यूटी करते हैं. इन जवानों की ड्यूटी का पैसा हजम कर लिया जाता है.
1000 रायफल में महज 150 कारगर : पूर्व डीएसपी
सेवानिवृत्त पूर्व डीएसपी विनय मिश्रा ने पूछे जाने पर कहा कि वर्ष 2021 में होमगार्ड कार्यालय में कभी 1000 रायफल हुआ करते थे. लेकिन 90 प्वाइंट राइफल कंडम हो जाने के कारण महज 150 रायफल ही काम कर रहे थे.
कहां कितने जवानों की तैनाती
एसबीआई मेन ब्रांच हजारीबाग में 20, हेड पोस्ट ऑफिस में 10, दूरसंचार विभाग में 10, रेडियो स्टेशन में 10, चरही पीएनबी में 10, ट्रेजरी में चार, साकेतपुरी बीओआई में 10 और बड़कागांव कोल माइंस में 20 जवानों की तैनाती है.
लापरवाही पर कार्रवाई की जाएगी : डीएसपी
होमगार्ड के डीएसपी रवि कुजूर ने बताया कि लापरवाही मिलने पर कार्रवाई होगी. कहीं से किसी प्रकार की लिखित शिकायत नहीं मिली है. ‘शुभम संदेश’ के माध्यम से अब जानकारी मिली है, तो मामले की जांच कराई जाएगी.