बोकारो : बोकारो इस्पात संयंत्र के साथ 16 नवंबर को वार्ता विफल होने पर बोकारो मृत कर्मचारी आश्रित संघ देर शाम को धरना पर बैठ गया. संघ के नेता नीरज चौबे ने कहा कि प्रबंधन ने पहले पैनल बनवाया, फिर अपरेंटिसशिप कराया, लेकिन आज तक आश्रितों को नौकरी नहीं दी. सिर्फ आश्वासन देकर उनके आंदोलन को स्थगित कराया जाता रहा है. एडीएम प्रशासन बिल्डिंग के मुख्य गेट पर धरना पर बैठे मृत कर्मचारियों के आश्रितों ने कहा कि इस बार चाहे जान चली जाए, आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे. कहा कि उनका परिवार भूखों मर रहा है, जीने से बेहतर है कि वे खुद भी मर जाएं. नौकरी की आशा में उनकी उम्र सीमा भी समाप्त हो गई. अब बीएसएल उम्र सीमा का बहाना बनाते हुए नौकरी देने से इंकार कर रहा है. आंदोलन को कुचलने के लिए प्रबंधन स्थानीय पुलिस का सहारा लेती है. विवाद स्थानीय प्रशासन से नहीं है, इसके बाद भी यदि हमें रोका गया तो इसी जगह दम तोड़ना पसंद करेंगे, लेकिन भागेंगे नहीं, आंदोलन जारी रहेगा.
यह भी पढ़ें : कोरोना वैक्सिनेशन के लिए पीसीआर वैन से प्रचार
[wpse_comments_template]