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नेपाल : हिंसा के बीच सुप्रीम कोर्ट की पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की का नाम पीएम पद के लिए उछला

Kathmandu :  नेपाल में  प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद भी जारी हिंसक प्रदर्शन रोकने के लिए सेना द्वारा कल मंगलवार रात 10 बजे से देश की कमान अपने हाथों में ले ली गयी है. खबर यह भी है कि Gen-Z आंदोलनकारियों ने भी मोर्चा संभाल लिया है कि देश का भविष्य कैसे तय होगा. वे सेना के साथ तालमेल बनाये हुए हैं.

 

 

खबर है कि नये प्रधानमंत्री पद की रेस में सुप्रीम कोर्ट की पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की का नाम सबसे आगे चल है.वह भ्रष्टाचार विरोधी मुखर आवाज मानी जाती है.  इसे लेकर Gen-Z आंदोलनकारियों ने वर्चुअल बैठक बुलाई था. ऑनलाइन बैठक में 5,000 से ज्यादा युवा हिस्सा शामिल हुए. जानकारी सामने आयी कि सबसे ज़्यादा समर्थन पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की के खाते में गया है.

 


अहम बात यह है कि नेपाल की 18 जिलों की जेल से लगभग 6 हजार कैदी फरार हो गये हैं. कुछ कैदियों ने भारत-नेपाल बॉर्डर के जरिए भारत में घुसपैठ करने की कोशिश की है, जो पकड़े गये हैं.   

 


आज बुधवार CPN अध्यक्ष पुष्प कमल दहल प्रचंड  की बेटी गंगा दहल के जले हुए घर से एक शव बरामद होने की सूचना है. जान लें कि प्रदर्शनकारियों ने कल नेपाल के तीन  प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा, झालानाथ खलान सहित  पुष्प कमल दहल प्रचंड के घर को फूंक दिया था.

 

 

पूर्व पीएम झालानाथ खनाल के घर में आग लगाये जाने से उनकी पत्नी राजलक्ष्मी चित्रकार की मौत हो गयी. पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा को उनके घर में घुसकर मारा-पीटा गया.वित्त मंत्री विष्णु पौडेल को काठमांडू में उनके घर के पास दौड़ा-दौड़ाकर भीड़ ने पीटा.  
 

 

प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार शाम सुप्रीम कोर्ट में आग लगा दी. खबर है कि  25 हजार से ज्यादा केसों की फाइलें राख हो गयी है. सेना के हवाले से जानकारी मिली है कि 27 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया ह. हिंसक प्रदर्शन में अब तक 24 लोग मारे गये हैं, सैकडों लोग घायल हैं.

 

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