- Subham Kishor
जयपाल सिंह मुंडा की आदमकद प्रतिमा भी लगायी गई है
बता दें कि स्टेडियम में ज्यादातर ओपन स्पेस है. हरियाली रहेगी. स्टेडियम को चार चांद लगाने के लिए फव्वारे का निर्माण किया गया है. स्टेडियम के चारों तरफ पाथ-वे बनाए गए हैं, ताकि लोग मॉर्निंग वॉक कर सकें. यहां फ्लड लाइट्स लगाई गई हैं, ताकि लोग रात में भी खेल सकें. स्टेडियम में मिनी फुटबॉल मैदान बनाया गया है. स्टेडियम के चारों तरफ पार्किंग की सुविधा दी गई है. इसके अलावा लॉन टेनिस व बास्केटबॉल का कोर्ट भी बनाया गया है. मैदान में बैठकर मैच देखने के लिए गैलरी का भी निर्माण किया गया है, जिसमें लगभग 200 लोग बैठकर मैच देख सकेंगे. बच्चों के खेलने के लिए प्ले एरिया बनाया गया है. जहां झूले और स्लाइडर लगाए गए हैं. साथ ही ओपन जिम का निर्माण भी किया गया है. स्टेडियम की सबसे खास बात यह है कि मैदान के इंट्री प्वाइंट के समक्ष साल 1928 में ओलंपिक में भारत को गोल्ड मेडल दिलाने वाले हॉकी टीम के कप्तान मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की आदमकद प्रतिमा भी लगायी गई है. मैदान की दीवारों पर खेल से जुड़ी चित्रकारी की गई है. साथ ही मैदान में फोटो गैलरी का भी निर्माण किया गया है, जिसमें खिलाड़ियों के चित्र उकेरे गए हैं. इसे भी पढ़ें – रांची">https://lagatar.in/ranchi-villagers-beat-up-two-youths-stealing-goats-in-namkum-police-saved-their-lives/">रांची: नामकुम में बकरी चोरी कर रहे दो युवकों की ग्रामीणों ने की पिटाई, पुलिस ने बचायी जान [wpse_comments_template]
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