Nitesh Ojha
Ranchi : हेमंत सोरेन सरकार ने बीते दिनों जमशेदपुर स्थित साकची के महात्मा गांधी मेमोरियल महाविद्यालय (एमजीएम) के 500 बेड वाले नए हॉस्पिटल बनाने की योजना की स्वीकृति दी है. यह हॉस्पिटल जर्जर हो चुके एमजीएम का स्थान लेगा. बनने जा रहा हॉस्पिटल कई अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा. 500 बेड के अलावा यहां पर 246 आईसीयू और ऑपरेशन थियेटर के 15 बेड भी शामिल होंगे. हॉस्पिटल को बनाने में राज्य सरकार कुल 396 करोड़ रुपये खर्च करेगी. योजना के क्रियान्वयन के लिए झारखंड राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड द्वारा जल्द ही नया टेंडर जारी किया जाएगा.
नए एमजीएम हॉस्पिटल में विभिन्न विभागों के लिए होंगे अलग-अलग बेड
नए एमजीएम हॉस्पिटल में विभिन्न विभागों के लिए अलग-अलग बेड होंगे. इसमें जनरल मेडिसिन के 70, पेडियाट्रिक्स (बाल चिकित्सा) के 40, रेस्पिरेट्री मेडिसन के 20, डर्मेटोलॉजी मेडिसन के 20, साइकेट्रिक मेडसिन के 20, जनरल सर्जरी के 60, ऑर्थोपेडिक्स वार्ड के 30, ऑपथैल्मोलॉजी के 20, ईएनटी के 20, बर्न वार्ड के 33, प्राइवेट के 7, ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनोलॉजी के 60, इमरजेंसी के 107 (इमरजेंसी के 100, इमरजेंसी (ट्रिएज) के 7) बेड शामिल हैं. इसके अलावा आईसीयू यानी (इंटेंसिव केयर यूनिट) के 246 और ऑपरेशन थियेटर के 15 बेड भी यहां बनाए जाएंगे.
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नवनिर्मित हॉस्पिटल में होगी कई अन्य सुविधाएं
• 107 इमरजेंसी बेड में 2 इमरजेंसी ऑपरेशन थियेटर सभी सुविधाओं से लैस होंगे. रेडियो डायगोनोसिस डिपार्टमेंट में सभी आवश्यक सुविधाएं यथा सी.टी. स्कैन, एम.आर.आई, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, फ्लोरोस्कोपी एवं मैमोग्राफी की सुविधा होगी.
• बर्न डिपार्टमेंट में 33 बेड के अतिरिक्त आइसोलेशन रूम, बर्न ऑपरेशन थियेटर एवं आईसीयू की सुविधा होगी.
• महिला के लेवर वार्ड (प्रसव कक्ष) में दो ऑपरेशन थियेटर के साथ बेड भी उपलब्ध होगा. इसके साथ एनआईसीयू और पीआईसीयू की भी सुविधा होगी.
• हॉस्पिटल के लिए जरूरी सभी आवश्यक सेवाएं जैसे एमजीपीएस, एलएमओ, पीएसए, ईएसएस, एसी प्लांट रूम की भी व्यवस्था की गयी है.
हॉस्पिटल बनाने में खर्च होंगे 396 करोड़ रुपये, निकाला जाएगा टेंडर
हॉस्पिटल बनाने में 396 करोड़ रुपये खर्च होंगे, योजना का क्रियान्वयन झारखंड राज्य भवन निर्माण विभाग लिमिटेड, रांची के द्वारा खुली टेंडर के माध्यम से किया जाएगा. 396 करोड़ रुपये में सबसे प्रमुख सिविल वर्क का काम होगा. इसमें कुल 151 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इसके अलावा इलेक्ट्रिक वर्क में 36 करोड़, इंटरनल प्लंबिंग वर्क में 6.86 करोड़, फायर सिस्टम वर्क में 8.7 करोड़ सहित कई अन्य आवश्यक सुविधाओं पर खर्च किया जाना है.
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