विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, मंत्रालय ने फिलीपींस दूतावास से पता लगाया. वहां COVID-19 के केस नहीं हैं. यह सस्ते प्रचार के लिए किया गया
NewDelhi : भारत में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच खबर आयी है कि भारत में न्यूजीलैंड उच्चायोग ने रविवार को ट्वीट कर इंडियन यूथ कांग्रेस (IYC) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास से मदद मांगी. बता दें कि देश में कोविड की सुनामी चल रही है. आम इंसान से लेकर अब विदेशी उच्चायोग तक सोशल मीडिया पर आकर ऑक्सीजन के लिए मदद मांगते नजर रहे हैं.
हमारी अपील का गलत मतलब निकाला गया है, जिसका हमें खेद है : न्यूजीलैंड उच्चायोग
उच्चायोग ने कहा, बीवी श्रीनिवास क्या आप न्यूजीलैंड उच्चायोग में तत्काल तौर पर ऑक्सीजन सिलिंडर मुहैया कराने में मदद कर सकते हैं? शुक्रिया. हालांकि न्यूजीलैंड उच्चायोग ने बाद में यह ट्वीट डिलीट करते हुए एक और ट्वीट कर कहा कि हम तत्काल ऑक्सीजन सिलिंडर की व्यवस्था करने के लिए सभी स्रोतों से कोशिश कर रहे हैं. दुर्भाग्य से हमारी अपील का गलत मतलब निकाला गया है, जिसका हमें खेद है.
इस क्रम में श्रीनिवास ने जानकारी दि कि उन्होंने न्यूजीलैंड उच्चायोग की मदद कर दी है, जिसके लिए उच्चायोग ने उनसे शुक्रिया कहा. बता दें कि इससे पहले श्रीनिवास ने वीडियो शेयर कर बताया था कि #SOSIYC के सदस्यों ने फिलीपींस के दूतावास में जाकर मदद पहुंचायी.
जयराम रमेश ने लिखा, विपक्षी दल का यूथ विंग विदेशी दूतावासों के SOS कॉल अटेंड कर रहा है.
इस ट्वीट पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने लिखा, विपक्षी दल का यूथ विंग विदेशी दूतावासों के SOS कॉल अटेंड कर रहा है. क्या विदेश मंत्रालय सो रहा है? विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस पर जवाब देते हुए कहा, विदेश मंत्रालय ने फिलीपींस दूतावास से पता लगाया. यह एक अवांछित आपूर्ति थी क्योंकि वहां COVID-19 के केस नहीं हैं. स्पष्ट रूप से सस्ते प्रचार के लिए, आप जानते हैं कि इसके पीछे कौन है.