Lagatar Desk : एक बार फिर महाभारत काल की याद ताजा हो गई. जिस तरह कर्ण के जन्म के बाद कुंती ने उसे गंगा नदी के हवाले कर दिया था, वैसा ही कुछ नजारा गुरुवार को उत्तरप्रदेश के मथुरा के वृंदावन में देखने को मिला. एक नवजात को एक तसले में रखकर उसे यमुना नदी में बहा दिया गया था. सुबह-सुबह वृंदावन के लोगों ने बहते हुए उस बच्चे को देखा. फिर फरिश्ता बनकर लोगों ने बच्चे को नदी से बाहर निकाला. बच्चा स्वस्थ था. लोगों ने इसकी खबर पुलिस को दी. पुलिस ने फौरन बच्चे को जिला अस्पताल पहुंचाया. डॉक्टरों ने बच्चे की जांच की. फिर उसे अस्पताल में शिफ्ट किया गया. अभी उसकी चिकित्सीय देखरेख की जाएगी.
ट्रांसजेंडर होने के कारण बहा दिया होगा घरवालों ने
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डॉक्टरों के अनुसार, बच्चे के अविकसित लिंग को लेकर ही शायद घरवालों ने उसे नदी में बहा दिया होगा. डॉक्टरों के अनुसार बच्चा ट्रांसजेंडर प्रतीत हो रहा है. बच्चे का वजन लगभग तीन किलो है. नवजात मिलने की सूचना चाइल्ड लाइन संस्था को दे दी गई है. संस्था के अधिकारी ने बताया कि डॉक्टरों के आब्जर्वेशन के बाद बच्चे को बाल समिति के पास पेश किया जाएगा. वहां से चाइल्ड लाइन को मिलेगा. संस्था ने भी नवजात के ट्रांसजेंडर होने के कारण ही उसके परिजनों द्वारा नदी में बहाने की आशंका जताई है. स्थानीय लोगों ने फरिश्तों की तरह उसका साथ दिया. फिलहाल वह डॉक्टरों की निगरानी में है.