Ranchi : फेक करेंसी (जाली नोट) कारोबार का सरगना साहेबगंज का रहने वाला शौकत है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) लंबे समय से शौकत की तलाश कर रही है. उस पर एनआईए ने 25 हजार का इनाम भी घोषित कर रखा है. शौकत मूल रूप से साहिबगंज जिले के राधानगर थाना क्षेत्र स्थित निमयाटोला का रहने वाला है. बता दें कि एनआईए कांड संख्या आरसी 03/ 2009 में बीते कई सालों से शौकत को ढूंढ रही है.
2009 में मुंबई से नकली नोट से दो लोगों को किया था गिरफ्तार
जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र एटीएस ने बीते 14 मई 2009 को दक्षिण मुंबई के मझगांव में स्टार सिनेमा के पास से नकली भारतीय मुद्रा नोट के साथ रवि धीरेन और नूरुद्दीन बारी को गिरफ्तार किया था. ये दोनों आरोपी जाली नोटों के आदान-प्रदान करने की योजना बनाते पकड़े गये थे. एटीएस ने उनके पास से 1000 रुपये मूल्य के 75 नकली भारतीय मुद्रा नोट भी जब्त किये थे. एटीएस ने दोनों से पूछताछ के बाद चार अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया था.
एनआईए की चार्जशीट में शौकत को बताया गया रैकेट का किंगपिन
इस मामले की प्रारंभिक जांच एटीएस ने की थी. लेकिन 19 जून 2009 को एनआईए ने इसका जिम्मा संभाला. 6 नवंबर 2009 को दायर 1000 पन्नों की चार्जशीट में अभियोजन पक्ष ने शौकत को रैकेट का किंगपिन बताया था. इस मामले में शौकत के छह साथी पकड़े गये. लेकिन उसका अतबक कोई पता नहीं चल पाया है.