Chaibasa : चाईबासा जिले के मनोहरपुर में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए ) की टीम टेरर फंडिंग को लेकर छापेमारी की. एनआईए ब्रांच रांची की टीम गुरुवार की सुबह करीब सात बजे जोगेश्वर गोप उर्फ जोगी के ईट फैक्ट्री पहुंचकर करबी चार घंटे तक तलाशी ली. एनआईए की टीम जोगेश्वर गोप का आधार कार्ड, एक मोबाइल और कुछ कागजात अपने साथ लेकर गयी है. जानकारी के अनुसार, एनआईए की टीम एक करोड़ के इनामी मिसिर बेसरा और माओवादियों के फ्रंटल ऑर्गेनाइजेशन के खिलाफ कार्रवाई की. हालांकि एनआईए की टीम किस मामले में छापेमारी कर रही है, इसका पता अभी नहीं चल पाया है. लेकिन खबरे सामने आ रही है कि भाकपा माओवादियों को फंडिंग करने के मामले में यह छापेमारी की गयी. गौरतलब है कि पिछले सप्ताह एनआईए की टीम जेल में बंद अमन साहू के तीन ठिकानों पर भी छापेमारी की थी.
जोगेश्वर गोप ने नक्सलियों के साथ संबंध की बात से किया इनकार
इस मामले में जोगेश्वर गोप से बात करने पर उन्होंने बताया कि अभी वो कोर्ट के डेट पर चाईबासा में हैं. कहा कि मनोहरपुर के थाना प्रभारी ने उन्हें फोन कर जानकारी दी थी और आज मनोहरपुर आने को कह रहे थे. लेकिन जब तक न्यायालय की प्रक्रिया खत्म नहीं हो जाती, तब तक आना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि उनका किसी भी नक्सलियों के साथ दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है. उन्होंने एनआईए की जांच में पूरा सहयोग करने की बात कही. उन्होंने बताया कि मनोहरपुर में जो ईट फैक्ट्री है, उसमें तीन पार्टनर हैं. पहला वो खुद. वहीं दूसरा मनोहरपुर निवासी राजेश राम और तीसरा हीरा बगाड़िया हैं. बताया कि अपनी बहू के नाम पर 45 लाख का लोन लेकर उन्होंने भवन निर्माण से संबंधित सामग्री का कारोबार शुरू किया है. बताया जाता है कि जोगेश्वर गोप का घर अत्यंत नक्सल प्रभावित सारंडा जंगल के गुआ थाना अंतर्गत रोवाम गांव में है. वह इसी गांव में पूरे परिवार साथ रहता है.