Ranchi : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की जांच में खुलासा हुआ है कि भाकपा माओवादी के शीर्ष नेता अपनी विचारधारा और उद्देश्यों की पूर्ति के लिए भूमिगत कार्यकर्ता से संपर्क कर रहे थे. इन शीर्ष माओवादी नेताओं में विवेक, अनल दा, प्रमोद मिश्रा, नंबला केशव राव, मुप्पल लक्ष्मण राव, मल्लोजुला वेणुगोपाल, कटकम सुदर्शन, गजराला रवि, मोडेम बालकृष्णन, सब्यसाची गोस्वामी शामिल थे. इस मामले में एनआईए ने 2 मई को माओवादी के सक्रिय कार्यकर्ताओं, समर्थकों और सहयोगियों पर एक बड़ी कार्रवाई की थी. एनआईए ने झारखंड और बिहार में 14 स्थानों पर छापेमारी की थी.
इसे भी पढ़ें – BREAKING : IAS छवि रंजन पहुंचे ईडी ऑफिस, जमीन घोटाला केस में पूछताछ शुरू
झारखंड में आठ ठिकानों पर एनआईए ने की थी छापेमारी
झारखंड में एनआईए ने आठ स्थानों पर छापेमारी की थी. जिनमें विस्थापन विरोधी जन विकास आंदोलन (वीवीजेवीए) के रांची कार्यालय,बोकारो, धनबाद, रामगढ़ और गिरिडीह जिलों में भाकपा (माओवादी) के सहयोगियों और समर्थकों के घर शामिल थे. इसके अलावा बिहार में खगड़िया, गया और औरंगाबाद जिलों में छह स्थानों पर तलाशी ली गई. जिन संदिग्धों के घरों की तलाशी ली गई थी, उनके संबंध भाकपा माओवादी के पोलित ब्यूरो/केंद्रीय समिति के सदस्यों से है.
तलाशी के दौरान प्रतिबंधित संगठन की गतिविधियों से संबंधित आपत्तिजनक दस्तावेज, कई मोबाइल फोन, डीवीडी डिस्क, मजदूर संगठन समिति (एमएसएस) और वीवीजेवीए से संबंधित दस्तावेज के अलावा बैंक खाता विवरण जब्त किए गए थे.
इसे भी पढ़ें – दिल्ली के जंतर-मंतर पर देर रात हंगामा, पहलवानों ने लगाया पुलिस पर मारपीट का आरोप
[wpse_comments_template]