New Delhi : खबर है कि एनआईए(NIA) ने पंजाब, दिल्ली सहित राजस्थान, उत्तर प्रदेश के लगभग 51 जगहों पर रेड की है. खालिस्तानी संगठनों और उनसे जुड़े आतंकियों पर लगाम कसने के लिए की गयी छापामारी जारी है. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
#WATCH | A team of NIA is conducting raids in Suratgarh and Rajiyasar in Sri Ganganagar district of Rajasthan
In Suratgarh, the raid is underway at the residence of a student leader.
The National Investigation Agency (NIA) is conducting searches at 51 locations across the… pic.twitter.com/KRHu60YxOH
— ANI (@ANI) September 27, 2023
NIA raids underway across 6 states in major crackdown on Khalistani gangster nexus
Read @ANI Story | https://t.co/AvHZmvWvyu#NIA #raids #Khalistani #Gangster pic.twitter.com/WzZVu829MX
— ANI Digital (@ani_digital) September 27, 2023
गैंगस्टर्स के हवाला ऑपरेटर्स को धर दबोचने की कवायद
सूत्रों के अनुसार खालिस्तानी चरमपंथियों से जुड़े गैंगस्टर्स के हवाला ऑपरेटर्स और लॉजिस्टिक कॉर्डिनेटर को दबोचने के लिए पंजाब में 30, राजस्थान में 13, हरियाणा में 4, उत्तराखंड में 2 और दिल्ली तथा उत्तर प्रदेश में एक-एक ठिकाने पर रेड चल रही है. सूत्रों की मानें तो एनआईए के पास खालिस्तान- आईएसआई और गैंगस्टर नेक्सस को लेकर कई इनपुट्स हैं.
गैंगस्टर-खालिस्तानी नेक्सस का खुलासा
खबरों के अनुसार अब तक जितने भी गैंगस्टर और खालिस्तानी आतंकी UAPA के तहत पकड़े गये हैं, उनसे पूछताछ में इनपुट्स मिले हैं. टेरर फंडिग, हथियार सप्लाई के साथ-साथ विदेशी धरती से देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए गैंगस्टर-खालिस्तानी नेक्सस जुटा हुआ है. इतने सारे इनपुट्स के बाद NIA ने विदेशी धरती से चल रहे खालिस्तानी और गैंगस्टर समर्थकों पर हल्ला बोल दिया है.
हथियार की तस्करी, वसूली, हत्या जैसे अपराधों से आ रहे पैसे
एनआईए के अनुसार ड्रग्स और हथियार की तस्करी, वसूली, हत्या जैसे अपराधों से आ रहे पैसों का इस्तेमाल भारत विरोधी कार्रवाई में किया जा रहा है. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की भूमिका खालिस्तानियों को फंडिंग दिलाने के मामले में अहम है. एनआईए की चार्जशीट में यह खुलासा हो चुका है कि खालिस्तान समर्थक आतंकवादियों को हथियारों और ड्रग्स की तस्करी से मिले पैसों से फंड दिया जा रहा है.
कनाडा प्रकरण की बात करें तो प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा खालिस्तान टाइगर फोर्स के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत पर आरोप लगाने के बाद से खालिस्तान का मुद्दा सुर्खियों में है.