- दस घंटे तक पानी में बैठे रहे समाजसेवी दिलीप
- सूचना के बावजूद प्रखंड प्रशासन ने नहीं लिया संज्ञान
- दिलीप के समर्थकों ने एक घंटे तक सड़क जाम की
- आत्महत्या के चेतावनी देने के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी का आया फोन
- आशा देवी ने जूस पिलाकर कराया अनशन समाप्त
प्रखंड प्रशासन के पदाधिकारी ने जन मुद्दे को अनसुना किया
दिलीप तिवारी ने कहा कि लेस्लीगंज-सतबरवा सड़क की बदतर स्थिति प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचलाधिकारी के भ्रष्ट कार्यशैली को उजागर करती है. पदाधिकारियों को जनता के मुद्दे से कोई लेना-देना नहीं है. यही कारण है कि प्रखंड प्रशासन के पदाधिकारी ने जन मुद्दे को अनसुना कर दिया. इसे भी पढ़ें : कांग्रेस">https://lagatar.in/congress-attacked-inflation-is-skyrocketing-governments-full-attention-is-on-saving-pms-image/">कांग्रेसहमलावर हुई, महंगाई आसमान छू रही है, सरकार का पूरा ध्यान पीएम की छवि बचाने पर
अनियमितता के कारण सड़क में गड्ढे और जलजमाव की स्थिति
बता दें कि लेस्लीगंज मुख्यालय नया बाजार चौक से लेकर राजहरा होते सतबरवा तक इस सड़क का निर्माण करोड़ों की लागत से कराया गया है. लेकिन सड़क निर्माण में बरती गयी अनियमितता के कारण सड़क में जगह-जगह गड्ढे बन गये हैं, जिसमें बारिश होने से जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. प्रखंड मुख्यालय ढेला गांव में आशीर्वाद अस्पताल के पास की स्थित सबसे बदतर है. जहां सड़क पहले से गड्ढों में तब्दील है. इसमें बारिश का पानी इकट्ठा हो गया है. ऐसे में राहगीरों को हर कदम पर परेशानी झेलनी पड़ रही है. सड़क पर गड्ढे और जलजमाव होने से हर दिन यहां सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं. प्रखंड, जिला प्रशासन और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को कई बार इसके बारे में बताया गया. लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला. इसे भी पढ़ें : पटनाः">https://lagatar.in/patna-under-construction-buildings-balcony-fell-in-pmch-laborer-died/">पटनाःपीएमसीएच में निर्माणाधीन भवन का छज्जा गिरा, मजदूर की मौत [wpse_comments_template]
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