Ranchi: शराब घोटाला मामले में ईडी ने मंगलवार की सुबह बड़ी कार्रवाई की है. ईडी की टीम आईएएस अधिकारी विनय चौबे, उत्पाद विभाग के संयुक्त सचिव गजेंद्र सिंह समेत अन्य करीबी रिश्तेदार और संबंधित अधिकारियों के सीए के नौ ठिकानों पर छापेमारी की.
कहां-कहां पड़ा छापा
विनय कुमार चौबे, कांके रोड स्थित सरकारी आवास, मेन रोड स्थित फ्लैट, रांची.
विनय कुमार सिंह, प्लाट नंबर 2627, स्ट्रीट नंबर 2, अनंतपुर रांची.
गजेंद्र सिंह के हरमू स्थित एचआई 258, गौतम ग्रीन सिटी व रेडियोश स्टेशन के पीछे स्थित आवास, रांची.
शिपिज त्रिवेदी, सी-5, सेंट्रल अशोक कॉलोनी समेत तीन ठिकाने, रांची.
सीएस उपेंद्र शर्मा के आवास व दफ्तर, रांची.
शराब कारोबारी उमाशंकर सिंह के हटिया आवास व श्रीलैब बोटलर्स नाम की कंपनी, रांची.
शराब सिंडिकेट से जुड़े सिद्धार्थ सिंघानिया, हाउस नंबर सी 1, अशोक पार्क, कमहरडीह, शंकरनगर रायपुर, छत्तीसगढ़.
आशीष राठौर, फ्लैट नंबर 401, डायमंड बी, अशोक रत्न, रायपुर, छत्तीसगढ़.
उदय राव, फ्लैट नंबर 34, टावर नंबर 4, भिलाई, दुर्ग, छत्तीसगढ़.
छत्तीसगढ़ शराब घोटाले के कारण सरकार को हुआ करोड़ों का नुकसान
छत्तीसगढ़ शराब घोटाले की जांच कर रही ईडी ने अपनी पड़ताल में पाया है कि तत्कालीन भूपेश सरकार के कार्यकाल के दौरान आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी अरुणपति त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के अवैध सिंडिकेट के जरिए घोटाला हुआ. साल 2019 से 2022 तक सरकारी शराब की दुकानों से अवैध शराब को डुप्लीकेट होलोग्राम लगाकर बेचा गया, जिससे सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है.
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