मां के आंसुओं ने चलते रुकी डोजरिंग
रैयतों की शर्त के अनुसार प्रबंधन ने सुरक्षा गार्ड की नियुक्ति के बारे में लिख कर भी दे दिया. लेकिन इसी बीच जमीन पर डोजरिंग चलाने की बात पर रैयतों की मां की आंखों में आंसू आ गए. उन्होंने डोजरिंग करने पर आत्म हत्या की धमकी दी. इसके बाद लोग एक बार पुनः प्रबंधन के खिलाफ हो गये एवं डोजरिंग की अनुमति वापस ले ली. उनकी मां की आत्महत्या की धमकी सुन प्रबंधन, पुलिस व सीआईएसएफ के लोग बैरंग लौट गये. इसके पहले प्रबंधन ने सुरक्षा गार्ड की जिम्मेवारी देने का वादा किया, जिसे रैयतों ने ठुकरा दिया.गरीबी ले गई मौत के मुंह में
बताया जाता है कि अवैध खनन में मौत के शिकार हुए तीनों परिवार की आर्थिक स्थिति काफी खस्ता है. एक का पति दिहाड़ी मजदूर तो दूसरी का पति वाहन चलाता है. एक अविवाहित थी और घर खर्च के लिये कोयला चुन कर लाती थी. दोनों महिलाओं के दो -दो छोटे बच्चें हैं. इस मौत पर स्वजन ठीक से आंसू भी नही बहा सके. यह भी पढ़ें : निरसा">https://lagatar.in/nirsa-mla-of-bengal-reached-the-foundation-day-ceremony-of-baori-social-welfare-committee/">निरसा: बाउरी समाज कल्याण समिति के स्थापना दिवस समारोह में पहुंची बंगाल की विधायक [wpse_comments_template]

Leave a Comment