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निरसा: बायोकेमिकल के विरुद्ध धरना जारी, प्रशासन मौन

Nirsa : निरसा बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले अंकुर बायोकेमिकल शराब कारखाना के विरुद्ध धरना दूसरे दिन भी जारी रहा. दूसरे दिन बड़ी संख्या में महिलाओं ने धरना में भाग लिया.  नेतृत्व कर रहे पूर्व जिप सदस्य मन्नू तिवारी ने कहा कि प्रशासन की संवेदनहीनता इसी से समझी जा सकती है कि 2 दिनों तक धरना में बैठने के बावजूद प्रशासन के किसी प्रतिनिधि की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई है, जबकि हमारी सारी मांगें सीधे जिला प्रशासन से जुड़ी है एवं इसका सीधा संज्ञान प्रशासन को लेना चाहिए. परंतु प्रशासनिक अधिकारियों की चुप्पी कई प्रश्नों को जन्म दे रही है. उन्होंने जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि प्रशासन जनता के धैर्य की परीक्षा नहीं ले. धरना को अपना नैतिक समर्थन देने पहुंचे एटक के क्षेत्रीय अध्यक्ष कमल बनर्जी ने कहा कि अंकुर प्रबंधन अपने पैसे का प्रभाव दिखा कर उनके विरूद्ध उठने वाली आवाज को दवा देती है. यहां के राजनीतिक दल के लोगों पर से जनता का भरोसा उठ गया है.  उन्होंने निरसा बचाओ संघर्ष समिति के आंदोलन को अपना समर्थन दिया. मौके पर मधुरेंद्र गोस्वामी, बंपी चक्रवर्ती, रामदुलार गोस्वामी, मनोज भारती, प्रकाश भारती, अरूप मुखर्जी, गोविंदा यादव, राजेश मंडल, अजय साहनी, शशि कांत दुबे, उत्पल बाउरी,  सजल दास, साधना सिंह, मुखिया रूपाली चौधरी, कमला देवी, मौसमी तिवारी, रूमा मुखर्जी, बेला राय, नमिता मिश्रा, रानी सिंह, रेखा देवी, तुलसी विश्वकर्मा, चंदना राय, वरुण चौधरी, नाडू गोपाल चक्रवर्ती, उज्जवल गोराई, नीलू लायक, भोला चौधरी, सजल दास, बबलू यादव, श्यामापद गोस्वामी, सुरेंद्र यादव, दिवाकर राय, अशोक पांडे, वरुण दत्ता प्रसाद गोराई, असीम दास, मनोजित बाउरी, जितेंद्र पांडे, मोहम्मद हसन अंसारी, मुखिया जमील अंसारी, नारायण राय, मिलन गोराई, गोरेलाल भुईया, मलय गोराई, श्यामल राय, साफ़ीऊल काजी, तफाजुल हुसेन सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे. यह भी पढ़ें : निरसा">https://lagatar.in/nirsa-many-diseases-are-being-treated-in-mayumns-camp/">निरसा

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