Nirsa : भाकपा माले की ओर से 25 फरवरी को एक जांच दल बराकर नदी बारबेंदिया घाट गया और 24 फरवरी को बराकर नदी में नाव पलटने से करीब 20 लापता लोगों की जानकारी ग्रामीणों से ली. ग्रामीणों का कहना है कि निरसा साप्ताहिक हटिया से व प्रतिदिन आने-जाने वाले कुछ लोग एवं कुछ परिवार के साथ जाने वाले करीब 20-25 लोग होंगे, जिसमें महिला-पुरुष व बच्चे भी थे. 7-8 मोटरसाइकिल भी नाव पर थी. चार लोगों को बचा लिया गया, लेकिन बाकी लोगों का कोई अता-पता नहीं है. लापता लोगों में सात लोगों की पहचान अबतक हुई है, जिसमें जामताड़ा जिला के मेजिया गांव के अबुल अंसारी, उनकी पत्नी,12 वर्षीय पुत्र एवं 10 वर्षीय पुत्री, जामताड़ा के ही श्यामपुर निवासी रसिक अंसारी, उनकी पत्नी व साली शामिल है.
जामताड़ा जिला प्रशासन व धनबाद जिला प्रशासन नदी घाट के दोनों तरफ से एनडीआरएफ की ओर से रेसक्यू के काम हो रहे हैं. मौके पर माले के वरिष्ठ नेता उपेन्द्र सिंह व राज्य कमिटी सदस्य नागेन्द्र कुमार ने कहा कि बारबेंदिया घाट पर जामताड़ा व निरसा से सैंकड़ो लोगों को प्रतिदिन नाव से आना-जाना होता है. व्यव्स्था के नाम पर अव्यवस्थित नाव ही है. झारखंड सरकार ने बारबेंदिया घाट पर पुल निर्माण किया था, जो भ्रष्टाचार की भेंट चढ गया और पुल के कई पोल पानी में बह गए.
आज तक झारखंड सरकार पुल का फिर से निर्माण नहीं करा सकी, न ही घाट पर सुरक्षित व्यवस्था की गई। इस लिए इस दुर्घटना का जिम्मेवार झारखंड सरकार व जिला प्रशासन है. उन्होंने लापता लोगों को जल्द से जल्द निकालने और परिवार वालों को उचित मुआवजा देने, और उनके परिवार वालों को एमपीएल में नौकरी देने की गारंटी ककी मांग की है. जांच दल में उपेन्द्र सिंह, नागेन्द्र कुमार, मनोरंजन मलिक, गणेश महतो, उज्जवल आदि शामिल थे.
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