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निशिकांत दुबे ने भिंडरावाला, स्वर्ण मंदिर पर हमले को लेकर कांग्रेस पर सनसनीखेज आरोप लगाये

 New Delhi :  भाजपा सांसद निशिकांत दुबे एक बार फिर कांग्रेस पर हमलावर हुए हैं. इस बार उन्होंने भिंडरावाला और स्वर्ण मंदिर का जिक्र करते हुए एक्स पर पोस्ट किया है. उन्होंने लिखा कि ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने 1984 में गृह मंत्रालय को एक पत्र लिखा था. उसमें लिखा है कि भारत ने तकनीकी और भौतिक मदद मांगी और हमारे (ब्रिटिश) लोग वहां गये हैं.

 

 

 #WATCH | Guwahati | "...Congress is in shock as they left a country which had not even ammunition for a 5-day war, but today we are capable enough to enter Pakistan and teach them a lesson... Congress was campaigning by aligning with a civil aviation company. Congress is a… pic.twitter.com/bWAdFh0785

 

निशिकांत दुबे ने लिखा कि कांग्रेस छह महीने से स्वर्ण मंदिर पर हमला करने की योजना बना रही थी. जांच के दौरान पता चला कि ब्रिटिश सेना के नेतृत्व में भारतीय सेना ने यह कार्रवाई की.  कांग्रेस ने भिंडरावाले को जन्म दिया और फिर ब्रिटिश सेना की मदद से सिखों के सबसे बड़े धार्मिक स्थल पर हमला किया.

 

निशिकांत दुबे ने लिखा कि कांग्रेस ने सिख समुदाय के साथ तीन अन्याय किये. 1947 में करतारपुर साहिब पाकिस्तान को दे दिया. 1984 में जब सिख उग्रवाद बढ़ रहा था, तो आप(कांग्रेस) भिंडरावाले को लाये और फिर जैल सिंह को राष्ट्रपति बनाया. इसके बाद आपने ब्रिटिश सेना की मदद से स्वर्ण मंदिर पर हमला किया.

 

उन्होंने लिखा कि इंदिरा गांधी की दुर्भाग्यपूर्ण हत्या के बाद सिख दंगे हुए. कांग्रेस नेताओं ने सिखों की हत्या की, खास तौर पर दिल्ली में.  2004 में जब कमेटी बनी तो आपने एक सिख मनमोहन सिं को प्रधानमंत्री बनाया. भाजपा सांसद ने लिखा कि  आपने सिख लोगों को कठपुतली की तरह इस्तेमाल किया है

 


एक अन्य पोस्ट में निशिकांत दुबे ने लिखा कि कांग्रेस सदमे में है क्योंकि वे एक ऐसा देश छोड़ कर गद्दी से हटे,  जिसके पास 5 दिन के युद्ध के लिए भी गोला-बारूद भी नहीं था,  लेकिन आज हम पाकिस्तान में घुसकर उन्हें सबक सिखाने में सक्षम हैं..कांग्रेस एक देशद्रोही पार्टी है, और मैं उनका पर्दाफाश करता रहूंगा, 

 

निशिकांत दुबे ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का जिक्र करते हुए लिखा कि वहां  पीएम मोदी की उपस्थिति महत्वपूर्ण घटना है. सभी राष्ट्राध्यक्षों ने पीएम मोदी के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए पहलगाम हमले सहित आतंकवाद की निंदा की है.  मुझे लगता है कि देश को उनसे ज्यादा मजबूत पीएम नहीं मिल सकता.  190 से ज्यादा देश उनके नेतृत्व को स्वीकार करते हैं.  हम पाकिस्तान को कड़ा जवाब देने के लिए हमेशा तैयार हैं.   

 

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