Patna: बिहार में जीतन राम मांझी के बेटे संतोष मांझी के नीतीश कैबिनेट से इस्तीफे के बाद सियासी हलचल तेज गई है. इस मामले में लगातार नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आ रही हैं. अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले पर बयान दिया. उन्होंने कहा कि अच्छा हुआ मांझी हमसे अलग हो गए. वो बीजेपी नेताओं से मिलने जा रहे थे. विपक्षी दलों की बैठक होनी है. मीटिंग में अगर मांझी होते तो अंदर की बात बीजेपी को बता देते. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि जीतन राम मांझी से मैंने कहा था कि जेडीयू में मर्ज हो जाएं. लेकिन वो इसके लिए तैयार नहीं थे.
#WATCH | I resigned and made him (Jitan Ram Manjhi) the CM, everyone knows what he says now. Everyone knew that he was meeting BJP people and then used to come to us also. When I asked them (Jitan Ram Manjhi and Santosh Kumar Suman) to either merge their party with us or… pic.twitter.com/8J1Ud075W8
— ANI (@ANI) June 16, 2023
ललन सिंह ने हम को बताया था राजनीति की दुकान
संतोष मांझी के इस्तीफे पर ललन सिंह ने बयान देते हुए कहा था कि “पूरे देश की पार्टियां एक हो रही हैं, 17 पार्टियां बिहार आ रही हैं. पूरे देश में विपक्ष एकजुट होगा. अब छोटे-छोटे दलों को अपनी दुकानें बंद कर लेनी चाहिए”. ललन सिंह के इस बायन पर भाकपा माले ने आपत्ति जताई थी. बक्सर पहुंचे दीपांकर भट्टाचार्य ने ललन सिंह के बयान की निंदा करते हुए कहा था कि यह लोकतांत्रिक देश में संभव नहीं है. लोकतंत्र की खूबसूरती इसी में होगी जब देश में एक साथ कई छोटे बड़े दल होंगे. किसी भी पार्टी को छोटा समझना सही नहीं हैं.
जीतनराम मांझी जैसे लोग आते जाते रहते हैं- JDU
इससे पहले जेडीयू नेत्री लेसी सिंह ने कहा था कि पार्टी में लोगों के आने-जाने का सिलसिला चलता रहता है. किसी के आने-जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता. संतोष कुमार के नीतीश मंत्रिमंडल छोड़ने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता. इससे सरकार की स्थिरता पर कोई खतरा नहीं है.
इसे भी पढ़ें: बहरागोड़ा : माटिहाना-चाकुलिया सड़क पर आलू लदा ट्रक पेड़ से टकराया, चालक जख्मी
Leave a Reply