Patna :कोरोना संकटकाल में ऑक्सीजन की कमी इलाज में सबसे बड़ी बाधा बन रही है. इसी को देखते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को ओडिशा के मुख्यमंत्री से बात की है. नीतीश कुमार ने ऑक्सीजन आपूर्ति को लेकर फोन पर बात की. ओडिशा के सीएम ने सहयोग का आश्वासन दिया है.
पटना के एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम कोविड-19 से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक हुई. इसी दौरान नीतीश कुमार ने कहा कि ओडिशा के मुख्यमंत्री से मेरी ऑक्सीजन आपूर्ति को लेकर मंगलवार को फोन पर बात हुई है. उन्होंने सहयोग का आश्वासन दिया है. नीतीश कुमार ने कहा कि केन्द्र से सहायता मिल रही है, लेकिन इसके अलावा हम लोग अपनी तरफ से और क्या कर सकते हैं, उसके लिए हमेशा तत्पर रहें. हर हालत में लोगों का बचाव करना जरूरी है.
बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कोरोना संक्रमितों के इलाज में किसी प्रकार की कोई कोताही न हो, इस पर विशेष ध्यान दें. उन्होंने कहा कि समस्या को कैसे कम किया जा सकता है, इस पर सकारात्मक रवैये के साथ काम करें. सीएम ने कहा कि लोग बचाव के लिए पूरी तरह सचेत रहें. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस के मामले प्रतिदिन बढ़ रहे हैं. आप सभी सक्रिय रहेंगे तो लोग नियंत्रित रहेंगे, आवागमन सीमित होगा और कोरोना वायरस संक्रमण का प्रसार कम से कम होगा. सीएम ने कहा कि मंगलवार को हमने पटना शहर में भीड़-भाड़ की स्थिति, कोरोना प्रोटोकाल का पालन, लोगों को मास्क पहनना आदि को लेकर जायजा लिया था.
अधिकारियों को दिया टीकाकरण में तेजी का निर्देश
अधिकारियों से कहा कि कोरोना वायरस जांच की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ टीकाकरण की गति बढ़ायें. उन्होंने कहा कि एक मई से 18 वर्ष से 44 वर्ष तक के लोगों का भी टीकाकरण कराया जायेगा. कहा कि राज्य सरकार मुफ्त टीकाकरण करायेगी. उन्होंने कहा कि टीकाकरण को लेकर पूरी तैयारी रखें और बचे हुए पुलिसकर्मियों का टीकाकरण अवश्य करायें.
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सभी जिलों के जिलाधिकारियों ने अपने जिले की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया, साथ ही जरूरी सुझाव भी दिये हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलों में इलाज की पूरी व्यवस्था रखें, अनुमंडल स्तर पर भी इलाज की पूरी तैयारी रखें. उन्होंने कहा कि पटना स्थित इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान को कोविड अस्पताल के रूप में इस्तेमाल करें.