के युवक की गोवा में ट्रेन से कटकर मौत, परिजनों ने शव लाने की लगायी गुहार)
सीएम फालतू बात कहकर पहले ही लगा चुके हैं पूर्ण विराम
सीएम नीतीश ने भी एनडीए में वापसी की अटकलों को फालतू बात’ कहकर पूर्ण विराम लगा दिया था. उन्होंने कहा था कि उनका पूरा जोर विपक्षी दलों के गठबंधन को मजबूत करने पर है. कार्यकर्ताओं द्वारा नीतीश कुमार को पीएम कैडिडेट बताये जाने पर कहा कि उन्हें किसी पद की लालसा नहीं है. इसे भी पढ़ें : भारत-कनाडा">https://lagatar.in/s-jaishankar-to-meet-us-secretary-of-state-amid-india-canada-dispute/">भारत-कनाडाविवाद के बीच एस जयशंकर अमेरिकी विदेश मंत्री से करेंगे मुलाकात
मनोज झा के बयान को गलत ढंग से परोसा गया
ललन सिंह ने आरजेडी सांसद मनोज झा के राज्यसभा में दिये बयान पर भी बोले. उन्होंने कहा कि मनोज झा के बयान को गलत ढंग से परोसा गया है. बीजेपी केवल समाज में भ्रम फैलाने का काम कर रही है. जिस बयान से पूरे देश सहित बिहार में बवाल मचा हुआ है, वह कविता मनोज झा की नहीं है. उन्होंने तो बस ओम प्रकाश वाल्मीकि की कविता दोहरायी. उनका उद्देश्य किसी समाज को ठेस पहुंचाने का नहीं था. इसे भी पढ़ें : रघुवर">https://lagatar.in/raghuvar-wrote-a-letter-to-cm-said-st-certificate-should-be-issued-on-the-basis-of-tradition-and-dress/">रघुवरने सीएम को लिखी चिट्ठी, कहा- परंपरा, पहनावा के आधार पर एसटी सर्टिफिकेट निर्गत हो
मनोज झा ने कही थी ओम प्रकाश वाल्मीकि की कविता
आरजेडी सांसद मनोज झा ने सदन में ओम प्रकाश वाल्मीकि की कविता सुनायी थी. उन्होंने कहा था कि “चूल्हा मिट्टी का, मिट्टी तालाब की, तालाब ठाकुर का. भूख रोटी की, रोटी बाजरे की, बाजरा खेत का, खेत ठाकुर का. बैल ठाकुर का, हल ठाकुर का, हल की मूठ पर हथेली अपनी, फसल ठाकुर की. कुआं ठाकुर का, पानी ठाकुर का, खेत-खलिहान ठाकुर के, गली-मोहल्ले ठाकुर के फिर अपना क्या?” इस कविता का जिक्र करते हुए मनोज झा ने सभी को अंदर के ठाकुर को मारने की अपील की थी. इसे भी पढ़ें : भारत">https://lagatar.in/indias-external-debt-increased-to-us-629-1-billion-rbi/">भारतका विदेशी कर्ज बढ़कर 629.1 अरब अमेरिकी डॉलर पर पहुंचा : आरबीआई [wpse_comments_template]