: सालडीह बस्ती में झूलते बिजली के तार दे रहे हादसों को दावत
सड़क कि जर्जर अवस्था को जानबूझ कर रखा गया है
इससे स्पष्ट होता है कि यह अवैध धंधा जिला खनन विभाग से लेकर स्थानीय प्रशासन की मिलिभगत के बिना संभव नहीं है. स्थानीय अखबारों में जब यह समाचार प्रकाशित होता है तो अधिकारियों द्वारा संज्ञान तो लिया जाता है किन्तु जांच टीम के आने से पहले सुचना दे दी जाती है कि परिचालन बंद कर दिया जाए. खनन विभाग के लीज रिपोर्ट के अनुसार सीमा से बाहर भी खनन हो रहा है. सड़क कि जर्जर अवस्था को जानबुझ कर रखा गया है की सरकारी अधिकारी खदान तक नहीं पहुंच पाए. माफीया खदान से खानापुर्ति कि राशि बिचौलियों द्वारा खनन विभाग चाईबासा, सड़क परिवहन विभाग चाईबासा, अंचल कार्यालय नोवामुंडी, थाना प्रभारी को पहुंचाते है. यहां तक कि बड़ाजामदा ओपी, किरीबुरु,बड़बील डीटीओ आदि तक को रकम पहुंचाते है. अवैध खनन जगनाथपुर, जैतगढ़, मझगांव, कुमारडुंगी, चम्पुआ आदि के अधिकारियों को मैनेज कर बेरोकटोक दिन-रात किया जा रहा है. इसे भी पढ़ें :चाईबासा">https://lagatar.in/chaibasa-tribal-native-villagers-do-not-want-to-be-displaced-on-their-own-columbus-hansda/">चाईबासा: आदिवासी मूलवासी ग्रामीण अपनी इच्छा से विस्थापित नहीं होना चाहते – कोलंबस हांसदा [wpse_comments_template]
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