alt="" width="600" height="400" /> इसे भी पढ़ें : Lagatar">https://lagatar.in/lagatar-impact-child-rights-foundation-wrote-a-letter-to-the-human-rights-commission-to-take-action-against-ntpc-on-the-death-of-a-girl-from-birhor-tribe/">Lagatar
Impact: बिरहोर जनजाति की बच्ची की मौत को लेकर एनटीपीसी पर कार्रवाई के लिए चाइल्ड राइट्स फाउंडेशन ने मानवाधिकार आयोग को पत्र लिखा
alt="" width="600" height="400" /> माना जाता है कि ब्रह्मा के रुद्र रूप में मध्यरात्रि को भगवान शंकर का अवतरण हुआ था.इसी दिन भगवान शिव ने तांडव नृत्य कर अपनी तीसरी नेत्र खोली थी और ब्रह्माण्ड को अपनी नेत्र के ज्वाला से समाप्त किया था. कई स्थानों पर इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का आयोजन होगा. शिवपुराण के अनुसार भगवान शंकर छह मास कैलाश पर्वत पर तपस्या में लीन रहते हैं. उनके साथ ही सभी कीड़े-मकौड़े भी अपने बिलों में बंद हो जाते हैं. इसे भी पढ़ें : महिला">https://lagatar.in/on-womens-day-congress-targets-modi-government-if-modi-is-there-then-there-is-inflation-women-are-suffering/">महिला
दिवस पर कांग्रेस का मोदी सरकार पर निशाना, मोदी हैं तो महंगाई है… महिलाएं त्रस्त हैं…
alt="" width="600" height="400" /> छह माह के बाद कैलाश पर्वत से उतरकर भगवान श्मशान घाट में निवास किया करते हैं. भगवान शिव का धरती पर अवतरण फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को हुआ था. शिवभक्त इस दिन को ‘महाशिवरात्रि’ के रूप मे मानते है. वहीं आज देर शाम को गुवा के योग नगर स्थित शिव मंदिर से शिवाजी की बारात निकलेगी. और यह बारात गुवा बाजार स्थित कुसुम घाट के समीप शिव पार्वती मंदिर में पूरे विधि विधान से विवाह कराया जाएगा. [wpse_comments_template]