New Delhi : निडर पत्रकार मारिया रेसा और दिमित्री मुरातोव को नोबेल शांति पुरस्कार 2021 के लिये चुना गया है. इनमें एक पत्रकार रैप्लर मीडिया ग्रुप की संस्थापक अमेरिकी पत्रकार मारिया रेसा हैं और दूसरे रूस के पत्रकार दिमित्री मुरातोव हैं. नोबेल कमेटी ने कहा है कि इन दोनों को अभिव्यक्ति की आजादी की रक्षा के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है, क्योंकि बोलने की आजादी ही लोकतंत्र और स्थायी शांति की पहली शर्त है.
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फिलीपींस में सत्ता की ताकत के गलत इस्तेमाल का खुलासा
इन दोनों निडर पत्रकारों के बारे में आपको जानकारी दूं तो फिलीपींस से नाता रखने वाली अमेरिकी पत्रकार मारिया रेसा न्यूज साइट रैप्लर (Rappler) की सह-संस्थापक हैं. उन्हें फिलीपींस में सत्ता की ताकत के गलत इस्तेमाल, हिंसा और तानाशाही के बढ़ते खतरे पर खुलासों के लिए पहले भी सम्मानित किया जा चुका है. नोबेल कमेटी ने अभिव्यक्ति की आजादी में उनकी भूमिका की प्रशंसा करते हुए उन्हें इस सम्मान का हकदार बताया. मारिया ने जानलेवा ड्रग-विरोधी अभियान पर काम किया.
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तथ्य-आधारित पत्रकारिता की
वहीं दिमित्री मुरातोव काफी समय से रुस में तेजी से चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए काम करते रहे हैं. 1993 में novaya gazeta समाचार पत्र के संस्थापकों में वे शामिल हुए. novaya gazeta ने तथ्य-आधारित पत्रकारिता की और पेशेवर ईमानदारी से रूसी समाज में आदर्श कायम किया. मालूम हो कि इस अखबार के शुरू होने के बाद से अब तक इसके छह पत्रकार मारे जा चुके हैं.