LagatarDesk : पेट्रोकेमिकल, रसायन, डिजिटल, ग्रासरी, फैशन, फर्नीचर, रिटेल के बाद अब मुकेश अंबानी सर्विस रेस्टोरेंट के बिजनेस में उतरने के तैयारी में हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज दुनिया की सबसे बड़ी रेस्टोरेंट चेन कंपनी सबवे इंक की भारतीय फ्रेंचाइजी खरीदेने की तैयारी कर रही है. माना जा रहा है कि यह डील 1488 करोड़ से 1860 करोड़ रुपये में हो सकता है. यदि यह डील पूरी हो जाती है तो टाटा ग्रुप के स्टारबक्स और जुबिलिएंट ग्रुप से कंपनी की सीधी टक्कर होगी. इसके साथ ही पहले से इस मार्केट में मौजूद डोमिनोज पिज्जा, बर्गर किंग जैसे कंपनियों को भी कड़ी टक्कर मिलने की संभावना है.
अमेरिका की सिंगल ब्रांड रेस्टोरेंट चेन कंपनी है सबवे
सबवे इंक अमेरिका की सबसे बड़ी सिंगल ब्रांड रेस्टोरेंट चेन कंपनी है. यह कंपनी भारत में फ्रेंचाइजी मॉडल पर काम करती है. सबवे अपने चीफ एग्जीक्यूटिव John Chidsey के नेतृत्व में रीस्ट्रक्चरिंग कर रही है. कोरोना महामारी के दौरान कंपनी की बिक्री पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा है. इसके कारण सबवे लागत में कटौती और कर्मचारियों की छंटनी की तैयारी कर रही है.
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रिलायंस को भारत में मिलेगा 600सबवे स्टोर
रिपोर्ट के मुताबिक, इस डील के होने के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज की रिटेल यूनिट को पूरे भारत में करीब 600 सबवे स्टोर मिलेंगे. सबवे ने भारत में अपना ऑपरेशन 2001 में शुरू किया था. क्यूएसआर रेवेन्यु की बात करें तो इस सेगमेंट में सबवे का मार्केट शेयर करीब 6 फीसदी का था. ग्लोबल चेन सबवे अपने भारतीय कारोबार को सही रास्ते पर लाने की कोशिश कर रही है. इसके पहले साल 2017 में भी सबवे के कई भारतीय फ्रेंचाइजी ने मिलकर एक प्लेटफॉर्म तैयार किया था.
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अभी इनके पास है सबवे की फ्रेंचाइजी
फिलहाल सबवे को लाइट बाइट फूड्स मैनेज करती है. हालांकि इसका मालिकाना हक डाक्टर्स एसोसिएशट्स के पास है जो हर फ्रेंचाइजी पर करीब 8 फीसदी का रेवेन्यु लेती है. भारत में इस सेंगमेंट का कारोबार करीब 18,000 करोड़ का है. 21 फीसदी हिस्सेदारी के साथ डोमिनोज अभी इस सेगमेंट की मार्केट लीडर है. वहीं दूसरे नबंर पर मैकडोनाल्ड्स 11 फीसदी हिस्सेदारी के साथ बनी हुई है.
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