LagatarDesk : भारत धीरे-धीरे कोरोना महामारी से उबरने लगा है. कोरोना मामालों में कमी आने से रोजगार के अवसर बढ़ने लगे हैं. जिसके कारण बेरोजगारी दर में गिरावट आयी है. शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर अप्रैल-जून 2021 में घटकर 12.6 प्रतिशत रह गयी. जो पिछले साल समान समयावधि में 20.8 प्रतिशत थी. नेशनल स्टैटिस्टिकल ऑफिस के श्रमबल सर्वे से यह डेटा सामने आया है.
महिलाओं में बेरोजगारी दर 21.1 से घटकर 14.3 फीसदी पर आयी
एनएसओ के मुताबिक, शहरी क्षेत्रों में 15 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए बेरोजगारी दर अप्रैल-जून 2021 में घटकर 12.6 प्रतिशत हो गयी. वहीं पुरुषों में बेरोजगारी दर घटकर 12.2 प्रतिशत रह गयी. जो पिछले साल की इसी अवधि में 20.7 प्रतिशत थी. इसी तरह महिलाओं के मामले में बेरोजगारी दर 21.1 प्रतिशत से घटकर 14.3 प्रतिशत पर आ गयी.
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जनवरी –मार्च में शहरी क्षेत्रों में 9.3 प्रतिशत थी बेरोजगारी दर
एनएसओ के श्रमबल सर्वे के मुताबिक, जनवरी-मार्च 2021 में शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर 9.3 प्रतिशत थी. इस अवधि में पुरुषों में बेरोजगारी दर 8.6 फीसदी और महिलाओं में 11.8 फीसदी थी. बेरोजगारी दर को श्रम बल में बेरोजगार व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया जाता है.
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देशव्यापी लॉकडाउन के कारण अप्रैल-जून 2020 में उच्च स्तर में थी बेरोजगारी दर
मालूम हो कि कोरोना महामारी को नियंत्रित करने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन लगाया गया था. जिसके कारण बेरोजगारी दर अप्रैल-जून 2020 में 20.8 फीसदी के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गयी थी. बता दें कि एनएसओ ने अप्रैल 2017 में आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) लॉन्च किया था. पीएलएफएस के आधार पर श्रम बल संकेतकों के मुताबिक हर तिमाही एक बुलेटिन जारी किया जाता है. इसमें बेरोजगारी दर, श्रमिक जनसंख्या अनुपात, श्रम बल भागीदारी दर, वर्तमान साप्ताहिक स्थिति में रोजगार और उद्योग में व्यापक स्थिति के आधार पर श्रमिकों के वितरण की जानकारी दी जाती है.
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