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Jamshedpur : जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में गुरुवार को नर्सों ने वेतन नहीं मिलने पर हंगामा किया. नर्सों को तीन माह से वेतन नहीं मिला है. इनके वेतन का एलॉटमेंट सरकार द्वारा नहीं किया गया है. नर्सों ने आरोप लगाया कि कोरोना काल में किए गए काम की प्रोत्साहन राशि भी नहीं दी गई है. इसके विरोध में नर्सों ने जमकर बवाल और प्रदर्शन किया. नर्सें कोरोना काल में किए गए कार्य की प्रोत्साहन राशि और तीन माह का वेतन भुगतान करने की मांग कर रही थीं. गौरतलब है कि ठेकेदार को राशि का भुगतान नहीं होने पर वह नर्सों का वेतन रोक देते हैं. विगत कोरोना काल में तमाम नर्सों को भी कोरोना योद्धा घोषित किया गया था और इन्हें प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की गई थी. लेकिन अब तक इन्हें सात महीने का प्रोत्साहन राशि नहीं दी गई है. इसके लिए पूर्व में भी इन्होंने प्रदर्शन किया है. नर्सों ने चेतावनी दी है कि दो दिनों के भीतर राशि भुगतान नहीं किए जाने पर हड़ताल किया जाएगा. इधर एमजीएम अस्पताल के नए अधीक्षक डॉ अरुण कुमार ने कहा कि ठेकेदार से इस मामले में बातचीत की गई है. इन्हें शाम तक एक महा की राशि दे दी जाएगी. और बाकि राशि का भुगतान जल्द कर दिया जाएगा.
पूर्व अधीक्षक व पूर्व उपाधीक्षक ने प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं किया : प्रदेश उपाध्यक्ष
प्रोत्साहन राशि नहीं दिए जाने के संबंध में झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष अमरनाथ सिंह ने कहा कि इसके लिए एमजीएम अस्पताल के पूर्व अधीक्षक डॉ संजय सिंह और पूर्व उपाधीक्षक डॉ नकुल चौधरी जिम्मेदार हैं. उन दोनों ने 94 कर्मचारियों और नर्सों को कोरोना काल की प्रोस्ताहन राशि दी. क्योंकि वे उनके घरेलू काम भी करते हैं. जो कर्मचारी और नर्स उनकी चमचागिरी नहीं करते थे उन्हें प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं किया गया. उन दोनों अधिकारियों ने कर्मचारियों और नर्सों के बीच फूट डालने का काम किया है. अमरनाथ ने पूर्व उपाधीक्षक नकुल चौधरी पर आरोप लगाया कि कर्मचारियों द्वारा प्रोत्साहन राशि मांगने पर कहा कि जिसे चाहेंगे उसे राशि देंगे, सभी को नहीं मिलेगा.
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