मिट्टी के खपरैल घर में रहता है शनिचर घासी का परिवार
घरवालों ने बताया कि गरीब असहाय को ठंड में सरकार द्वारा कंबल भी नहीं बंटा है. दिव्यांग धर्मेंद्र घासी को दिव्यांगता पेंशन भी नहीं मिलती है. शनिचर घासी को इंदिरा आवास भी नहीं मिला था. मिट्टी के खपरैल घर में शनीचर घासी का परिवार रहता है. मृतक शनिचर घासी की पत्नी राधिका कुंवर कहती है कि अब क्रिया कर्म के लिए मेरे पास पैसा नहीं है.अबतक सुध लेने नहीं पहुंचे प्रशासन के लोग
इस बीच सोनदाग पंचायत की मुखिया मालती देवी ने मृतक के घर पहुंच कर 1000 रुपये की आर्थिक सहयोग किया. हेमंत पासवान के द्वारा 1000 आर्थिक सहयोग किया गया. लेकिन अब तक प्रशासन का कोई पदाधिकारी ठंड से मौत होने के बाद शनिचर घासी के घर सुध लेने नहीं पहुंचा है. इसे भी पढ़ें – ईडी">https://lagatar.in/ed-attaches-property-worth-3-36-crores-of-human-trafficking-king-pin-panna-lal-mahato/">ईडीने मानव तस्करी के किंगपिन पन्नालाल महतो की 3.36 करोड़ की संपत्ति को किया जब्त [wpse_comments_template]

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