Chulbul
Ranchi : जिला प्रशासन और पहाड़ी मंदिर विकास समिति ने संयुक्त रूप से शिवरात्रि पर पहाड़ी मंदिर पर व्यवस्था पूरी कर ली है. साज-सजावट अंतिम चरण पर है. शिवरात्रि के विशेष अवसर पर मंदिर के मुख्य मंदिर में सुबह चार बजे सरकारी पूजा की जाएगी. इसके बाद सुबह 4.30 बजे से भक्तों के लिए द्वार खोल दिए जाएंगे, जो कि देर शाम सात बजे तक खुला रहेगा. इसके साथ ही इस वर्ष जो लोग मंदिर नहीं आ सकते, उनके लिए ऑनलाइन दर्शन की भी व्यवस्था रखी गई है. मंदिर के यू-ट्यूब चैनल पर शिवरात्रि कार्यक्रम का प्रसारण किया जाएगा.
शिवरात्रि पर काफी संख्या में लोग पूजा करने आते हैं. इस मौके पर विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन और समिति के सदस्यों से पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. समिति के कोषाध्यक्ष अभिषेक आनंद ने बताया कि विधि-व्यवस्था बनाए रखने और लोगों की सुरक्षा के लिए शिवरात्रि पर मंदिर में 40 सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जाएगी. हर जगह पर समिति सदस्य और पुलिस प्रशासन के लोग उपलब्ध होंगे. इसके लिए 150 से भी अधिक समिति सदस्य और 90 पुलिसकर्मियों को नियुक्त किया गया है. इसके साथ ही ये सभी छह मजिस्ट्रेट की देखरेख में किया जाएगा.
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खोया-पाया केंद्र और आकस्मिक सेवा का रहेगा इंतजाम
हर वर्ष की तरह ही मंदिर समिति के सदस्यों को भीड़ रहने की उम्मीद है. लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए समिति ने खोया-पाया केंद्र बनाया है. जो व्यक्ति भीड़ में खो जाए, उसकी सूचना वे यहां दे या ले सकते हैं. इसके साथ ही कोविड महामारी को देखते हुए हर श्रद्धालु के लिए सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है. चढ़ने और उतरने के लिए अलग-अलग सीढ़ियां होंगी. इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की मदद से आकस्मिक सेवा की व्यवस्था रखी गई है.
बच्चे और बुजुर्ग को नहीं लाने की अपील
समिति ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि कोरोना और सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोग इस वर्ष ऑनलाइन दर्शन में शामिल हों. इसके साथ ही 10 वर्ष से छोटे बच्चों के लिए भी उन्होंने भक्तों से अपील की है कि वे कोशिश करें कि उन्हें न लाएं. लोगों से अपील किया गया है कि बीमारी से बचाव के लिए वे खुद सतर्क रहें. मंदिर में मास्क लगाए रखें और जितना हो सके सामाजिक दूरी का पालन करें. इसके अलावा उन्होंने लोगों से गहने न पहनने, मोबाइल और ज्यादा पैसे न लाने के लिए भी अपील की है.
आठ किलो चांदी के नंदी बाबा का पहली बार दर्शन करेंगे भक्त
अभिषेक आनंद ने बताया कि मुख्य मंदिर में पहले से विराजमान नंदी बाबा खंडित हो गए थे. बुधवार को उनके स्थान पर आठ किलो चांदी के नंदी बाबा स्थापित किये गए हैं. ये नंदी उज्जैन के नंदी के स्वरुप हैं. यह गुजरात से बनकर आया है. शिवरात्रि से भक्त इनके दर्शन कर पाएंगे.
अरघा सिस्टम से करेंगे बाबा का जलाभिषेक
कोरोना संक्रमण और लोगों की आस्था-सुविधा को देखते हुए इस बार मंदिरों में अर्घा सिस्टम की व्यवस्था की गई है, ताकि जल चढ़ाने में धक्का-मुक्की न हो और हर कोई आसानी से बाबा पर जल चढ़ा सके.
दिव्यांगों के लिए अलग से व्यवस्था
अभिषेक आनंद ने बताया कि वृद्ध और दिव्यांग लोगों के दर्शन के लिए मंदिर में विशेष व्यवस्था की गई है. इनके लिए अगल से सीढ़ी होगी ताकि वे लोग भी आसानी से दर्शन कर पाए.
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