-एजेंसी, जीएम रांची और जीएम रेवन्यू के अलग-अलग तर्क, जनता परेशान
Kaushal Anand
Ranchi: रांची शहर में स्मार्ट लगाने का काम जारी है. अब तक साढ़े तीन लाख में करीब डेढ़ लाख स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं. जिसमें अभी मात्र 15 हजार के करीब स्मार्ट मीटर को प्री-पेड किया जा सका है. प्री-पेड छोड़ कर शहर के अधिकांश इलाकों में ऑन स्पॉट बिलिंग बंद हो चुकी है. करीब दो से तीन महीने से ऑन स्पॉट रीडिंग और बिलिंग बंद है. इससे आम जनता की परेशानी बढ़ गयी है. जनता आखिर करे तो क्या करे, इसका स्पष्ट जवाब किसी के पास नहीं है.
50 फीसदी से अधिक मीटर रीडरों ने काम छोड़ा, बिलिंग व्यवस्था ध्वस्त
मिली जानकारी के अनुसार स्मार्ट मीटर लगने के बाद रांची एरिया बोर्ड में कार्यरत बिलिंग एजेंसी कांपीटेंट एनर्जी के करीब 50 प्रतिशत से अधिक उर्जा मित्र (मीटर रीडर) काम छोड़ चुके हैं. जिसके पीछे की वजह बड़ा चौंकाने वाले आ रहे हैं. एक तो स्मार्ट मीटर पंचिग नहीं होने के कारण अगर मीटर रीडर बिलिंग को जा रहे हैं, तो बिलिंग नहीं हो पा रही है. स्मार्ट मीटर लगने के बाद दो से तीन महीने तक मीटर का पंचिंग नहीं हो पाई है. वहीं दूसरी ओर यह भी बातें सामने आ रही हैं कि एजेंसी नियमित रूप से ऊर्जा मित्रों को पैसे का भुगतान नहीं कर रहा है. जबकि कई यह बात भी सामने आयी है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद मीटर रीडरों की फील्ड की कमाई बंद हो गयी है. इससे भी मीटर रीडर काम छोड़ कर जा रहे हैं. मगर इसको लेकर जेबीवीएनएल प्रबंधन गंभीर नहीं है. रांची जीएम और जीएम रेवन्यू अलग-अलग तर्क दे रहे हैं. इससे जनता की समस्या कम होते नहीं दिख रही है. एजेंसी के इनचार्ज आदेश सिंह ने बताया कि वे अब काम छोड़ चुके हैं, इसलिए इसके बारे में वे जवाब नहीं दे सकते हैं. जबकि मिली जानकारी के अनुसार अभी आदेश सिंह ही एजेंसी का काम देख रहे हैं.
क्या कहते हैं जीएम रेवन्यू
जेबीवीएनएल के जीएम रेवन्यू शुभंकर झा ने बताया कि रांची एरिया बोर्ड और सर्किल अफसर को स्पष्ट निर्देश दिया चुका है कि अगर कंपनी ठीक से काम नहीं कर रहा है. काम छोड़ने पर मीटर रीडरों की बहाली नहीं कर रहा है तो उसके खिलाफ लिखित रूप से दें, एजेंसी पर कार्रवाई होगी. यह यह भी निर्देश दिया गया है कि अगर कंपनी मीटर रीडर को फिल्ड में नहीं उतार पा रहा है तो अपने आदमी से ऑन स्पॉट बिलिंग कराए.
क्या कहते हैं रांची जीएम
रांची जीएम पीके श्रीवास्तव ने बताया कि अधिकांश मीटर पंचिग किए जा चुके हैं. अगर कंपनी इसका बहाना बनाती है तो पूरी तरह से गलत है. एजेंसी को स्पष्ट निर्देश दिया जा चुका है कि जल्द व्यवस्था सुधारे और ऊर्जा मित्र से ऑन स्पाट बिलिंग कराएं तो नहीं तो एजेंसी के विरुद्ध कड़ी कारवाई की जाएगी. अगर जरूरत पड़ी तो खुद के आदमी हायर करके बिलिंग करायी जाएगी.