Ranchi : हाइकोर्ट के जस्टिस सह कार्यपालक अध्यक्ष झालसा सुजीत नारायण प्रसाद के दिशा निर्देश पर झालसा की टीम ने रांची जेल का रविवार को निरीक्षण किया. टीम में सदस्य सचिव झालसा कुमारी रंजना अस्थाना, प्रधान न्याययुक्त सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार रांची दिवाकर पांडे शामिल थे.
केंद्रीय कारा होटवार के निरीक्षण के दौरान वे पुरुष वार्ड में बंदियों से मिले और कम उम्र के दिख रहे बंदियों से उनके उम्र और केस की जानकारी लिए. महिला वार्ड में महिला बंदियों और बच्चों को दिए जाने वाले पोषाहार की भी जानकारी ली. जेल अस्पताल का भी निरीक्षण कर उपस्थित डॉक्टर से बंदियों को दी जाने वाली सुविधा की जानकारी ली. साथ ही जेल में बंदियों को दी जा रही वोकेशनल ट्रेनिंग के संबंध मे भी जानकारी ली. इसके अलावा जेल के विधिक सहायता केंद्र, वीडियो कॉन्फ्रेंस कक्ष और ई मुलाकात सेवा कक्ष का भी निरीक्षण किया. इस दौरान जेल में एक विधिक जागरूकता कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया. आयोजन में सभी विचाराधीन बंदियों को उनके अधिकार के संबंध में जानकारी दी.
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जिला विधिक सेवा प्राधिकार को आवेदन कर सकते हैं
सदस्य सचिव ने बताया कि जिन बंदियों की जमानत हो गयी है, परंतु बेलर के अभाव में कारा में ही है, वे जमानत कंडीशन में बदलाव के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकार को आवेदन कर सकते हैं. वैसे सजावार बंदी जिनकी अपील नहीं हुई है, वे भी जेल अपील दाखिल करने के लिए आवेदन दे सकते हैं. जिला विधिक सेवा प्राधिकार में साथ ही नवगठित कानूनी सहायता रक्षा वकील (लीगल एड डिफेंस काउंसिल) के बारे में भी जानकारी दी गई.
ये सभी रहे मौजूद
इस अवसर पर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी चंदन, अवर सचिव झालसा अभीषेक कुमार, प्रभारी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार रांची राकेश रंजन, ए आईजी जेल श्री हमीद अख्तर और बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार रांची के कर्मचारी और चीफ लीगल एड डिफेंस काउंसिल के सदस्य उपस्थित थे.
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