LagatarDesk : संसद के उच्च सदन राज्यसभा में सोमवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में नस्लवाद की घटनाओं को लेकर जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि हम लोग महात्मा गांधी की धरती के हैं. हम कभी भी नस्लवादी मामलों से अपनी आंखें मूंद नहीं सकते. विशेष रूप से उन मामलों में जब यह एक ऐसे देश में हो रहा है, जहां हमारे बहुत लोग हैं.
आगे उन्होंने कहा कि यूनाइटेड किंगडम के साथ हमारे मजबूत संबंध हैं. जरूरत पड़ने पर बड़े स्तर पर हम इन मामलों को उठाएंगे. हम इन घटनाओं पर बहुत बारीकी से निगरानी रखेंगे. हम नस्लवाद और असहिष्णुता के किसी भी मामले के खिलाफ लड़ते रहेंगे. दरअसल, राज्यसभा में बीजेपी सांसद अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को यह मामला उठाया था. उन्होंने कहा, ‘ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में भारतीय छात्रा रश्मि सामंत के साथ जो भी हुआ है वो गलत है.’
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रश्मि सामंत को पद से देना पड़ा था इस्तीफा
बीते महीने फरवरी में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में रश्मि सामंत को अपनी पूर्व की कुछ टिप्पणियों के कारण विवाद के बीच पद से इस्तीफा देना पड़ा था. ऑक्सफोर्ड छात्र संघ (एसयू) की पहली भारतीय महिला अध्यक्ष निर्वाचित हुई थीं. सामंत के कुछ पुराने सोशल मीडिया पोस्ट सामने आए थे, जिसे कई छात्रों ने ‘नस्ली’ और ‘असंवेदनशील’ बताया था. इसमंट 2017 में जर्मनी में बर्लिन होलोकास्ट मेमोरियल की यात्रा के दौरान एक पोस्ट में नरसंहार से जुड़ी टिप्पणी और मलेशिया की यात्रा के दौरान तस्वीर को ‘चिंग चांग’ शीर्षक देने से जुड़ा विवाद था, जिससे चीन के छात्र नाराज हो गए थे.
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी मामला : रश्मि ने मांगी थी माफी
छात्रों के अखबार ‘चेरवेल’ में प्रकाशित एक खुले पत्र में सामंत ने कहा था, ‘‘हालिया घटनाक्रम से आपको मेरी क्षमा याचना पर शायद यकीन ना हो, लेकिन मुझे यह लिखते हुए बहुत दुख हो रहा है कि मैंने छात्र समुदाय का भरोसा खोया, जिन्होंने मुझे वोट दिया था और मेरे घोषणापत्र में विश्वास जताया था. मैं सभी छात्रों से माफी मांगती हूं जो मेरी टिप्पणी या किसी गतिविधि से आहत हुए हैं और मैं फिर से आपका भरोसा जीतना चाहती हूं.’’ हालांकि, विवाद नहीं थमने के बाद उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का फैसला किया था. उन्होंने कहा था, ‘‘ऑक्सफोर्ड छात्र संघ के अध्यक्ष के चुनाव के दौरान हुए विवाद के मद्देनजर मुझे लगता है कि पद से हट जाना ज्यादा बेहतर होगा.’’
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