किसान महापंचायत भाजपा के लिए खतरे की घंटी तो नहीं ?
लोग शादी करें या तानाशाह की सनक मिटाएं
अपने ट्वीट में पूर्व सीएम ने लिखा है कि अब लोग शादी करें या तानाशाह की सनक मिटाएं. बिहार पुलिस, शराब माफिया और सरकरा के गठजोड़ से ये खुद शराब मंगवाते, बेचते और बिकवाते हैं. उसपर कार्रवाई ना करने की बजाए आम नागरिकों को परेशान करना, उनकी निजता का उल्लंघन कर उनके निजी जीवन में अतिक्रमण करना कौन सा कानून है. सीएम जवाब दें. एक अलग ट्वीट में राबड़ी देवी ने लिखा है कि बिहार पुलिस शराबबंदी के नाम पर बिना महिला पुलिसकर्मियों के दुलहन के कमरों और कपड़ों की तलाशी ले रही है. यह निजता के अधिकार का उल्लंघन है. उन्होंने यह भी कहा है कि बिहार में शराब कैसे और क्यों पहुंच रही है, कौन पहुंचा रहा है. उसकी जांच और खोजबीन नहीं लेकिन उल्टा यह सनकी सरकार महिलाओं को ही परेशान कर रही है.जगदानंद सिंह ने भी सरकार पर साधा निशाना
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने भी इस घटना पर कड़ा एतराज किया है. उन्होंने कहा है कि दुल्हन के कमरे में आम लोगों का प्रवेश भी वर्जित होता है. वहां जाकर पुलिस ने बेटियों का अपमान किया है. नाच रहे बरातियों को पकड़ रहे, विवाह में शराब पीने वाले को पकड़ रहे लेकिन माफिया को नहीं पकड़ रहे. क्योंकि माफिया को पकड़ेंगे तो खुद ही पकड़े जायेंगे. इस क्रम में उन्होंने केके पाठक को मद्य निषेध विभाग का दायित्व सौंपने पर भी सवाल उठाये. कहा कि वे राज्य के गिने-चुने अफसरों में से एक हैं. लेकिन जब जदयू कार्यकर्ता को पकड़ा तो उन्हें हटा दिया गया. इसे भी पढ़ें – पानी">https://lagatar.in/car-submerged-in-water-the-cemetery-of-four-bridesmaids/">पानीमें डूबी कार, चार बारातियाें की जलसमाधि [wpse_comments_template]
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