समझौता करना पड़ेगा, तो इस्तीफा देने पर विचार
चिंतन शिविर को तीसरे दिन कांग्रेस नेता का यह बयान हिंदी राष्ट्रभाषा को प्रतियोगिता परीक्षा से हटाने को लेकर था. प्रभारी अविनाश पांडेय को संबोधित अपने भाषण में बन्ना ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की विचाराधारा और सिद्दांत कभी कमजोर नहीं हो. राष्ट्रभाषा के साथ कभी समझौता नहीं किया जा सकता है. जिस दिन ऐसा समझौता करना पड़ेगा, तो उनके जैसा क्रांतिकारी विचारधारा वाला उसी दिन इस्तीफा देने पर विचार करेगा.हमारी स्थिति -मांझी ही नाव डूबोये, तो उसे कौन बचाये जैसी हो गयी है
बन्ना गुप्ता ने कहा कि आज गठबंधन सरकार में हमारी ही सरकार में हमारी स्थिति मांझी ही नाव डूबोये, तो उसे कौन बचाये जैसी हो गयी है. बन्ना गुप्ता ने कहा कि कॉ-ऑडिनेशन कमिटी बनाकर ही हम उनको (जेएमएम) घेर सकते हैं. बता दें कि हेमंत सरकार में बनायी गयी नियमावली में हिंदी भाषा को हटाने को लेकर कांग्रेस के कुछ नेता नाराज हैं. इसे भी पढ़ें - चुनाव">https://lagatar.in/election-commissions-ban-ends-now-election-rallies-and-road-shows-will-be-held-at-full-capacity/">चुनावआयोग की पाबंदी खत्म, अब पूरी क्षमता से हो सकेंगी चुनाव रैलियां और रोड शो wpse_comments_template

Leave a Comment