![](https://lagatar.in/wp-content/uploads/2024/07/WEB-BANNER-021.jpg)
योग्य शिक्षक बन बेहतर समाज के निर्माण में भूमिका निभाएं : डीइओ
बच्चों को पढ़ाने के पहले शिक्षकों के लिए स्वाध्याय जरूरी : डॉ रमेश कुमार सिंह
प्रशिक्षुओं को सीखने और सिखाने का यह बेहतर मंच व मौका : डॉ रीतू कुमारी
Hazaribagh : गौतम बुद्ध शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय मुकुंदगंज, हजारीबाग में सोमवार को बी.एड. सत्र 2022-24 के प्रशिक्षुओं के लिए ओरिएंटेशन कम इंडक्शन सेरेमनी ‘जोश’ का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए बतौर मुख्य अतिथि डीइओ उपेंद्र नारायण ने बी.एड. के प्रशिक्षुओं को योग्य शिक्षक बन बेहतर समाज के निर्माण में अहम भूमिका निभाने का पाठ पढ़ाया. उन्होंने कहा कि बेहतर शिक्षक वही हैं, जो बच्चों को समझाने में सक्षम हैं. बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ नैतिक शिक्षा भी दें.
इसे भी पढ़ें:जहानाबाद: ‘वैलेंटाइन डे’ से पहले ही चिराग पासवान को लड़कियों ने दिया गुलाब का फूल
शिक्षक बच्चों को नैतिक और व्यावहारिक ज्ञान दें- डॉ. रमेश कुमार सिंह
बतौर विशिष्ट अतिथि हिन्दू प्लस टू हाई स्कूल के पूर्व प्राचार्य डॉ रमेश कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षक में किताबी ज्ञान से ऊपर विशिष्ट गुण होना चाहिए. यही गुण और ज्ञान प्रशिक्षु इस कॉलेज से अर्जित कर पाएंगे. शिक्षक को मेहनती होना चाहिए, न कि अहंकारी. उन्हें पढ़ाने से पहले स्वाध्याय करने की जरूरत है. उन्हें विद्यार्थी बन विषयों को पढ़ना, समझना और फिर पढ़ाना है. एक बेहतर शिक्षक ही बच्चों को नैतिक और व्यावहारिक ज्ञान दे सकते हैं. ऐसे ही शिक्षक देश की दशा और दिशा बदल सकते हैं. वहीं देव कॉलेज ऑफ एजुकेशन की प्राचार्या डॉ रीतू कुमारी ने कहा कि शिक्षक को बहुमुखी प्रतिभा का धनी होना चाहिए. उनमें हर विधा का ज्ञान होना चाहिए, तभी वह विद्यार्थियों को शिक्षा देकर उन्हें उनके मंजिल तक पहुंचा सकते हैं. प्रशिक्षुओं को सीखने और सिखाने का यह बेहतर मंच, मौका और करियर का सुनहरा अवसर है.
शिक्षक कभी भी बेरोजगार नहीं हो सकते- मनोज कुमार
वहीं कॉलेज प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि शिक्षक कभी बेरोजगार नहीं हो सकते. शिक्षक से ही संस्थान की पहचान बनती है. प्रशिक्षुओं को आदर्श शिक्षक बनने की जरूरत है. सही शिक्षक ही विद्यार्थियों का सही मार्गदर्शन कर उन्हें सही दिशा में ले जा सकते हैं. इससे पहले कॉलेज प्रबंधन समिति के सचिव मिथिलेश मिश्र ने स्वागत भाषण देते हुए प्रशिक्षुओं को महाविद्यालय के इतिहास, उपलब्धियों और यहां उपलब्ध संसाधनों व मिलनेवाले प्रशिक्षण से प्रशिक्षुओं को अवगत कराया. साथ ही उन्हें अनुशासन का पाठ पढ़ाया. उन्होंने प्रशिक्षुओं को समय का सदुपयोग करने और सकारात्मक दिशा में ऊर्जा लगाने के लिए प्रेरित किया.
इसे भी पढ़ें:रामगढ़ उपचुनाव : CCL को निजीकरण से बचाना है तो कांग्रेस को जिताएं : अनूप सिंह
प्रशिक्षुओं को करियर के बारे में दी गई जानकारी
प्राचार्य डॉ अरविंद कुमार ने प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण के बाद उनके करियर के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उपप्राचार्य डॉ प्रमोद प्रसाद ने पाठ्यक्रम से प्रशिक्षुओं को अवगत कराया. सहायक प्राध्यापिका कुमारी अंजलि ने प्रशिक्षुओं को कॉलेज के नियम-प्रावधान (कोड ऑफ कंडक्ट) की विस्तार से जानकारी दी. सहायक प्राध्यापक संदीप कुमार सिन्हा ने कॉलेज में उपलब्ध आधुनिक तकनीक, सोशल मीडिया आदि के बारे में बताया. सहायक प्राध्यापिका पुष्पा कुमारी ने एनएसएस के तहत होनेवाले सामाजिक क्रियाकलापों और गतिविधियों से प्रशिक्षुओं को अवगत कराया. सहायक प्राध्यापक जगेश्वर रजक ने प्रशिक्षुओं की मिलनेवाली छात्रवृत्ति के बारे में प्रशिक्षुओं को जानकारी दी. कार्यक्रम के पहले अतिथियों का स्वागत कॉलेज प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष मनोज कुमार और सचिव मिथिलेश मिश्र ने बुके भेंट कर और शॉल ओढ़ाकर किया. स्वागत गान मोमिता गांगुली और ग्रुप ने किया. मंच संचालन सहायक प्राध्यापिका दीपमाला और धन्यवाद ज्ञापन डॉ पुष्पा कुमारी ने किया.
मौके पर ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में प्रभारी विभागाध्यक्ष महेश प्रसाद, व्याख्याता रचना कुमारी, परमेश्वर कुमार यादव, लीना कुमारी, अब्राहम धान, छोटीलाल प्रसाद, एसएस मैती, गुलशन कुमार, अनिल कुमार, दशरथ कुमार, कनकलता, रूपेश कुमार दास, अशोक कुमार सिन्हा, दिलीप कुमार सिंह, अन्नपूर्णा कुमारी सिंह, अंजन कुमार, नंदकिशोर कुमार, अखौरी विकास प्रसाद, संजय कुमार वर्मा, ज्योति हेमा एक्का, राजकुमार साव समेत बी.एड. के सभी प्रशिक्षु मौजूद थे.
![](https://lagatar.in/wp-content/uploads/2024/07/neta.jpg)
Leave a Reply