Bokaro : बोकारो स्टील में बड़े पैमाने पर तरल ऑक्सीजन का उत्पादन होता है. यहां से यूपी, एमपी, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और बिहार में ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है. यह आपूर्ति टैंकर के माध्यम से की जा रही है. अब रेल मंत्री की पहल पर ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाई जा रही है. देश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण अचानक ऑक्सीजन की मांग बढ़ गई है. देश भर के अस्पताल ऑक्सीजन संकट से जूझ रहे हैं.
आज से ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलायी जा रहीं
ऑक्सीजन की कमी के कारण हर रोज अस्पतालों में कई लोगों की मौत हो रही है. इस बीच दिल्ली हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार को निर्देश दिया है कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति पूरी करने के लिए जरूरत हो तो उद्योगों में ऑक्सीजन की सप्लाई रोक दी जाये. ऐसे में देश भर की निगाहें झारखंड के बोकारो पर आकर टिक गई है. केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी ट्वीट कर उत्तर प्रदेश के लखनऊ से बोकारो और बोकारो से मध्य प्रदेश के लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाने की जानकारी दी है. ताकि संकट से निपटा जा सके.
बोकारो से लिक्विड ऑक्सीजन लोड करने हेतु ऑक्सीजन एक्सप्रेस को लखनऊ के लिए रवाना किया गया है. जिससे उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित हो सके. कुछ दिनों बाद ऐसी और ट्रेनों का संचालन शुरु किया जायेगा.
झारखंड के बोकारो में बड़े पैमाने पर होता तरल ऑक्सीजन का उत्पादन.
पिछले चार दिनों से बोकारो से विभिन्न राज्यों को ऑक्सीजन भेजने की बात हो रही है. पर बुधवार की शाम तक कोई वैगन नहीं पहुंचा. बुधवार की शाम आइनोक्स एयर प्राइवेट लिमिटेड के टैंकर को बैगन में लोड करने की प्रैक्टिस की गई. कल देर रात टैंकर लेकर बैगन लखनऊ से बोकारो पहुंचा. यहां से रिफिल होने के बाद आज टैंकर लखनऊ के लिए रवाना हुआ. बीते तीन दिनों में जिन-जिन राज्यों ने ऑक्सीजन की मांग की है उन्हें आक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है. अकेले बोकारो स्टील प्लांट प्रत्येक दिन रोज 50 टन तरल मेडिकल ऑक्सीजन देने को तैयार है.
बोकारो में प्रतिदिन 150 टन ऑक्सीजन उत्पादन की जा रही हैं. बोकारो से ऑक्सीजन बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र को भी भेजी जा रही है. यह आपूर्ति सेल की पार्टनर कंपनी आइनोक्स एयर प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड कर रही है.
यूपी, एमपी, बिहार और महाराष्ट्र को भेजी जा रही ऑक्सीजन
बीते तीन दिनों में बोकारो से उत्तर प्रदेश को 152 मैट्रिक टन, बिहार को 122 मैट्रिक टन, मध्यप्रदेश 61 तथा अपने प्रदेश झारखंड को 86 मैट्रिक टन तरल ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति हो चुकी है. फिलहाल लगभग दूसरे राज्यों को देने के लिए पर्याप्त गैस उपलब्ध है. 20 अप्रैल तक उत्तर प्रदेश को सबसे अधिक 362 मैट्रिक टन, बिहार को 307 और झारखंड को 279 तथा एमपी को 169 मैट्रिक टन गैस की आपूर्ति हो चुकी है.
50 मैट्रिक टन 3 गाड़ियों के माध्यम से लखनऊ भेजा गया ऑक्सीजन
बोकारो स्टील प्लांट के प्रभारी निदेशक अम्लेंद्रु प्रकाश ने बताया कि भारत सरकार के रेल मंत्रालय द्वारा स्पेशल ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाई गई है. एक्सप्रेस रात में बोकारो पहुंची है और आज इसमें ऑक्सीजन रिफिल करके लखनऊ भेजा गया है. लगभग 50 मैट्रिक टन 3 गाड़ियों के माध्यम से लखनऊ भेजा गया है.
ऑक्सीजन की जरूरत होने पर प्लांट से सप्लाई किया जायेगा
देश में हो रहे ऑक्सीजन की किल्लत को देखते हुए अभी तक बोकारो स्टील प्लांट से उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, बिहार, बंगाल और झारखंड में ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है. जिन भी राज्यों को ऑक्सीजन की जरूरत होगी प्लांट से सप्लाई किया जायेगा.
स्टील प्लांट ने प्राइवेट सेक्टर में ऑक्सीजन देना बंद कर दिया हैं
देश हित में बोकारो स्टील प्लांट ही नहीं पूरे सेल के जितने स्टील प्लांट है सभी ने प्राइवेट सेक्टर में ऑक्सीजन देना बंद कर दिया हैं. सभी ऑक्सीजन लोगों की जान बताने के लिए देंगे. अभी हमारे पास पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध है.