Lagatar Desk Ranchi: पहलगाम में 26 पर्यटकों की हत्या के बाद आज भी (27 अप्रैल) देश भर में लोगों ने अपने गुस्से का प्रदर्शन किया. लोग पाकिस्तान पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वहीं भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव बढ़ा हुआ है. आतंकियों के खिलाफ सुरक्षा बलों का ऑपरेशन जारी है और कई मददगार गिरफ्तार किए गए हैं. खबरों के मुताबिक गृह मंत्रालय के आदेश पर नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) ने पहलगाम घटना की जांच शुरु कर दी है. सुरक्षा बलों ने घटना में शामिल आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन को तेज कर रखा है. घटना में शामिल आतंकी आसिफ शेख का घर ध्वस्त कर दिया गया है.
रविवार को सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें से कुछ पर पाकिस्तानी आतंकियों की मदद करने का आरोप है, तो कुछ पर घटना के बाद आतंकियों के पक्ष में सोशल मीडिया पर पोस्ट करने का आरोप है. गिरफ्तार किए गए लोगों में छात्र, रिटायर्ड शिक्षक व वकील भी शामिल हैं.
सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों ने अनंतनाग में 175 लोगों को हिरासत में लिया है, जबकि गुजरात में 500 से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया.
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात में पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि पहलगाम घटना से देश दुखी है. दुनिया भर के ग्लोबल नेताओं ने घटना की निंदा की है और भारत के का समर्थन किया है.
दिल्ली में युवा कांग्रेस व भाजपा ने पहलगाम घटना के खिलाफ पाकिस्तानी दुतावास के बाहर प्रदर्शन किया. देश के अन्य हिस्सों में भी अलग-अलग समूहों द्वारा हमले के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया जा रहा है और प्रदर्शन जारी है.
इधर, पहलगाम घटना के बाद भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने और दोनों देशों के बीच किसी भी तरह के व्यापार को रोके जाने के बाद पाकिस्तान ने घटना की जांच में सहयोग करने की बात की है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने जांच में सहयोग करने के साथ-साथ परमाणु हमले की धमकी भी दी है. घटना के बाद भारत ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने का फैसला लिया है. इसके तहत देश भर में कार्रवाई की जा रही है. रविवार को पंजाब में 237 पाकिस्तानी नागरिकों को अटारी सीमा से वापस भेजा गया.