New Delhi : कांग्रेस ने आज बुधवार को मोदी सरकार पर पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के 18 जून को वाशिंगटन डीसी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ लंच करने की खबरों को लेकर हल्ला बोला. कांग्रेस ने दावा किया कि भारतीय कूटनीति फ्लॉप हो रही है. प्रधानमंत्री मोदी इस पर पूरी तरह चुप्पी साधे बैठे हैं.
Field Marshall Asim Munir, the man whose inflammatory, incendiary and provocative remarks were linked directly to the April 22 Pahalgam terror attacks, is having lunch today with President Trump in the White House. Is this why President Trump abandoned the G7 Summit a day early…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) June 18, 2025
#WATCH | Delhi: Congress MP Jairam Ramesh says, "...For 37 days, the PM did not say anything. Today, we are told that he had a 35-minute call with President Trump. There is a readout of what the PM is supposed to have said to President Trump. President Trump has also put out a… pic.twitter.com/ifPh6QNuLu
— ANI (@ANI) June 18, 2025
कांग्रेस महासचिव और संचार प्रभारी जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, फील्ड मार्शल असीम मुनीर, जिसकी भड़काऊ और उत्तेजक टिप्पणियां 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमलों से सीधे जुड़ी थीं, आज व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति ट्रंप के साथ लंच कर रहे हैं.
जयराम रमेश ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए हमले में 22 लोगों की मौत हो गयी थी. इस हमले से एक सप्ताह पूर्व जनरल असीम मुनीर ने कहा था कि कश्मीर इस्लामाबाद की गले की नस है. इस टिप्पणी पर नयी दिल्ली ने कड़ी आपत्ति जताई थी.
रमेश ने कहा कि जनरल मुनीर ने 16 अप्रैल को इस्लामाबाद मंथ ओवरसीज पाकिस्तानी कन्वेंशन में कहा था कि हमारा रुख बिल्कुल साफ है, यह हमारी गले की नस थी, यह हमारी गले की नस रहेगी, हम इसे नहीं भूलेंगे.
उन्होंने पूछा कि क्या यही वजह है कि राष्ट्रपति ट्रंप एक दिन पहले ही जी-7 शिखर सम्मेलन छोड़ कर चले गये और श्री मोदी को बड़ा गला देने से इनकार कर दिया.
जयराम रमेश ने विदेश सचिव विक्रम मिस्री के बयान को कोट किया कि उन्होंने(विक्रम मिस्री) कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ टेलीफोन पर 35 मिनट तक बातचीत की.
मिस्री ने कहा कि पीएम मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी. मिस्री के अनुसार पीएम मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप से बातचीत में यह स्पष्ट कर दिया कि भारत-अमेरिका के बीच न तो किसी व्यापार समझौते पर बात हुई, और न ही भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता पर कोई चर्चा.
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि सीजफायर की प्रक्रिया पाकिस्तान की सेना के अनुरोध पर और दोनों देशों के सैन्य संपर्क चैनल के जरिए हुई, अमेरिका की कोई भूमिका नहीं थी. पीएम मोदी ने दोहराया कि भारत ने कभी किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार नहीं की और न ही करेगा.
जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री और अमेरिकी राष्ट्रपति के बीच में 35 मिनट की एक फोन कॉल हुई है. प्रधानमंत्री ने क्या कहा, विदेश सचिव ने उसे देश के सामने रखा है.
जयराम रमेश ने कहा कि ट्रंप ने भी प्रेस नोट निकाला है कि मैंने क्या बात की. राष्ट्रपति ट्रंप ने जो कहा है कि हमने ये बातचीत की और जो हमें कहा जाता है कि प्रधानमंत्री ने ये बातचीत की, उसमें जमीन-आसमान का फर्क है.
जयराम रमेश ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने खुद 14 बार ढिंढोरा पीटा है कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम करवाया, जिसका मतलब है कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को रोक दिया. इस पर पीएम मोदी कुछ नहीं बोल रहे
कांग्रेस नेता ने कहा कि अमेरिकी सेंट्रल कमांड के प्रमुख जनरल माइकल कुरिल्ला ने आतंकवाद विरोधी अभियानों मंप पाकिस्तान को अभूतपूर्व' साझेदार कहा है. नमस्ते ट्रंप के हाउडी मोदी को यह तिहरा झटका है.
कांग्रेस ने पिछले सप्ताह कहा था कि अमेरिका लगातार ऐसे बयान दे रहा है, जिन्हें भारत और पाकिस्तान को एक साथ जोड़कर ही देखा जा सकता है. रमेश ने कहा, भारतीय कूटनीति बिखर रही है और प्रधानमंत्री पूरी तरह से चुप हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा कि संसद का विशेष सत्र बुलाएं. सर्वदलीय बैठक बुलाएं और वही बातें कहें जो आपने राष्ट्रपति ट्रंप से फ़ोन पर कही हैं. हम संसद में बहस चाहते हैं, हम रचनात्मक बहस चाहते हैं, हम सर्वदलीय बैठक चाहते हैं. हम एकता और एकजुटता दिखाना चाहते हैं.