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पाकिस्तान के पीएम इमरान खान का जाना तय! सहयोगी दल एमक्यूएम पी विरोधी दलों के साथ

Islamabad : पाकिस्ता न के पीएम इमरान खान का जाना तय माना जा रहा है.   खबर है कि इमरान खान के सहयोगी दल एमक्यूइएम पी ने भी संयुक्त विपक्ष द्वारा लाये गये अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन का ऐलान कर दिया है. एमक्यूएएम के साथ छोड़ देने पर इमरान समर्थक सांसदों की संख्यार घटकर 164 रह गयी है. विपक्षी दलों के पास अब 177 सांसद हो गये हैं. एमक्यू्एम पी के सात सांसद हैं.  इसका मतलब कि अब विपक्ष को इमरान की पार्टी के बागी सांसदों की भी जरूरत नहीं रह गयी है पाकिस्तान के जिओ न्यूज के अनुसार ताजा घटनाक्रम के बाद इमरान खान सरकार ने संसद के निचले सदन में अपना बहुमत खो दिया है. अविश्वानस प्रस्ताव पर तीन अप्रैल को मतदान होने की बात कही गयी है. जानकारी के अनुसार एमक्यूएम पी का यह फैसला विपक्षी दलों के साथ एक मसौदे पर हस्तारक्षर के बाद आया है. इस समझौते पर नैशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ, पीडीएम के मुखिया मौलाना फजलुर रहमान और आसिफ अली जरदारी ने हस्ताक्षर किया है. इसे भी पढ़ें : सुबह">https://lagatar.in/morning-news-diary-30-march-2022/">सुबह

की न्यूज डायरी।।30 MAR।।लोहरदगा में मिला विस्फोटक।।बिल्डर ज्ञान प्रकाश अरेस्ट।।मोदी का ममता पर निशाना।।पुतिन-जेलेंस्की में हो सकती है सीधी बात!।।पेट्रोल-डीजल 80 पैसे महंगा।।समेत कई खबरें और वीडियो।।

बिलावल भुट्टो जरदारी ने एमक्यूकएम पी के साथ समझौते की पुष्टि की

खबर है कि समझौते पर हस्ताक्षर के बाद एमक्यूमएम पी के नेता फैसल सबजवरी ने ट्वीट किया, संयुक्त विपक्ष और मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान के बीच समझौते को अंतिम रूप दे दिया गया है. कहा कि इस समझौते के डिटेल के बारे में जल्द ही घोषणा की जायेगी. पीपीपी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी ट्वीट कर एमक्यूकएम पी के साथ समझौते की पुष्टि की है. उन्हों ने कहा कि जल्द  ही इस समझौते का विवरण  सार्वजनिक किया जायेगा. पाकिस्तान के गृहमंत्री शेख रशीद के अनुसार, प्रधानमंत्री इमरान खान ने 3 अप्रैल को होने वाले अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दिन सत्तारूढ़ पीटीआई सांसदों को नेशनल असेंबली के सत्र में शामिल होने से रोक दिया है. एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री ने मंगलवार को पीटीआई के संसदीय दल के प्रमुख/नेता के रूप में निर्देश जारी किये, जिसके एक दिन बाद विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ द्वारा उनके खिलाफ संसद के निचले सदन में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया.

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सदस्य नेशनल असेंबली  में शामिल नहीं होंगे

पीटीआई के अनुसार पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के संसदीय दल के सभी सदस्य प्रस्ताव पर मतदान से दूर रहेंगे. वे उस दिन नेशनल असेंबली की बैठक में शामिल नहीं होंगे, जब प्रस्ताव मतदान के लिए राष्ट्रीय के अजेंडे पर लाया जायेगा.  कहा गया है कि  सभी सदस्यों को इन निर्देशों का पालन करना और पाकिस्तान के संविधान, 1973 के अनुच्छेद 63-ए के प्रावधान के पीछे की मंशा को ध्यान में रखना जरूरी है. पीटीआई प्रमुख ने सभी सांसदों को चेतावनी दी कि कोई भी सदस्य किसी भी निर्देश का उल्लंघन नहीं करेगा या किसी भी अन्य संसदीय दल/समूह को अविश्वास मत से संबंधित किसी भी पक्ष का विस्तार नहीं करेगा.  इन निर्देशों के किसी भी उल्लंघन को अनुच्छेद 63-ए के संदर्भ में स्पष्ट दलबदल  करार दिया जायेगा. [wpse_comments_template]

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