Pakur : पाकुड़ के पत्थर उद्योग पर प्रशासन ने फिर चलाया बुलडोजर. जिला खनन पदाधिकारी राजेश कुमार के नेतृत्व में मानसिंहपुर स्थित जियाउल शेख के क्रशर पर बड़ी कार्रवाई की गई.

जैसे ही प्रशासनिक टीम वहां पहुंची क्रशर परिसर में हड़कंप मच गया. कुछ देर पहले तक गर्जन करती मशीनें अचानक खामोश हो गईं. डीएमओ ने मौके पर ही क्रशर को बंद करने का आदेश दिया.
वहीं विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता शैलेन्द्र बेसरा ने बिजली की सप्लाई काटकर क्रशर को ठप कर दिया. कार्रवाई के दौरान पर्यावरण परियोजना प्रबंधक अमूल कुमार बास्की और अंचलाधिकारी मनोज कुमार भी मौजूद रहे. टीम ने कागजातों की बारीकी से जांच की और कई गड़बड़ियों का खुलासा हुआ.
डीएमओ ने साफ कहा कि खनन और क्रशर संचालन में गंभीर अनियमितताएं मिली हैं. इसी कारण तत्काल प्रभाव से क्रशर बंद किया गया है. संबंधित कागजातों की जांच चल रही है, आवश्यक कार्रवाई निश्चित है.
इसी क्रम में अंचल प्रशासन ने प्रतापपुर मौजा में जियाउल शेख की नई लीज वाली जमीन की मापी भी की, जिस पर स्थानीय रैयतों ने शिकायत दर्ज कराई थी.
सूत्रों के अनुसार, जियाउल शेख का यह क्रशर और खदान लीज सीमा से बाहर अवैध खनन में लिप्त था. अब डीएमओ की सख्ती के बाद पत्थर माफियाओं के बीच भय और बेचैनी फैल गई है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह वही जगह है जहां प्रशासन की नाक के नीचे अवैध खनन का खेल सालों से चलता आ रहा था... लेकिन अब लगता है माफियाओं के अच्छे दिन खत्म!
इधर खनन विभाग ने यह भी संकेत दिया है कि हिरणपुर अंचल के अन्य खनन क्षेत्रों की व्यापक जांच की जाएगी. सूत्र बताते हैं कि आने वाले दिनों में कई बड़े नामों की कुर्सी हिल सकती है.
बहरहाल, मानसिंहपुर से शुरू हुई यह कार्रवाई अब पूरे पत्थर कारोबार जगत में खलबली मचा चुकी है. जहां कभी माफियाओं की दबंगई बोली बोलती थी, अब वहां प्रशासन की कार्रवाई की दस्तक गूंज रही है.

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